पौड़ी : जिस सड़क से गुजरकर सतपाल महाराज विधायक बनें, जिन पगडंडियों पर चलकर डा. रमेश पाेखरियाल निशंक ने केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय किया आज यह सभी नेता उस सड़क का जीर्णोद्वार करना ही भूल गए। हम बात कर रहे हैं ग्राम सभा सिंवाल की, जहां से 13 स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी में अपना बहुमूल्य योगदान दिया। गांव तक सड़क तो पहुंची लेकिन आज कई वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क का डामरीकरण नहीं हो पाया है।
2022 में उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान सतपाल महाराज ने चुनावों के दौरान सड़क को पक्की करने का ग्रामवासियों से वादा किया था, लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद वह अपना वादा भूल गए हैं। इससे ग्रामीणों में काफी रोष है। केंद्रीय मंत्री रहते हुए डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने पिनानी तक सड़क पक्की करवा दी लेकिन पिनानी से करीब पांच किलोमीटर का पेच करना उन्होंने मुनासिब नहीं समझा। आज सड़क की दुर्दशा है। वाहन इतनी आसानी से गांव तक नहीं पहुंच सकते। बरसात के समय तो यह मार्ग और भी खतरनाक हो जाता है।
जबकि इस मार्ग के बाद जो अन्य ग्रामीण मार्ग बने उन सभी में डामकरीकरण का काम पूरा हो चुका है। ऐसे में स्थानीय लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। इस मार्ग पर रात के समय चलना खतरा तो है ही जबकि दिन भी वाहन हिचकोले खाते हुए गांव तक पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि सड़क को पक्का करने का प्रस्ताव पास हो चुका है लेकिन अब तक बजट जारी नहीं हो पाया है।
आधुनिक युग में भी इंटरनेट की सुविधा नहीं
इस युग में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आनलाइन को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी अच्छी न होने के चलते ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ता है। सरकार रिवर्स पलायन की बात कह रही है लेकिन बिना संशाधनों के आखिर यह सपना कैसे साकार हो सकेगा।

More Stories
नरभक्षी भालू पकड़ा नहीं जाता या ट्रैंक्यूलाईज नहीं होता तो मारने के आदेश
एकेश्वर मोटर मार्ग पर डामरीकरण न होने से ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार, PWD ने DM पौड़ी को लिखा पत्र
पौड़ी सांसद बलूनी की बड़ी सौगात, नजीबाबाद में भी होगा वंदे भारत एक्सप्रेस का स्टॉपेज