देहरादून: उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार को शांतिपूर्वक ढंग से मतदान संपन्न हो गया है। शाम छह बजे तक मतदान केंद्र तक पहुंचने वाले मतदाताओं को मतदान का मौका मिला।प्रदेश में सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है। 10 मार्च को मतगणना के बाद प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा।
उत्तराखंड में पांचवी विधानसभा के लिए सोमवार को मतदान हुआ। राज्य चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार उत्तराखंड में मतदान 65.01 प्रतिशत हुआ। मंगलवार तक इसमें भी कुछ परिवर्तन हो सकता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो हरिद्वार जिले में सबसे अधिक 67.58 प्रतिशत मतदान हो चुका था। 2017 के विस चुनाव में 75.68 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं पहाड़ी जिला उत्तकाशी मतदान के मामले में अभी दूसरे स्थान पर है। प्रदेश में अभी तक सबसे कम मतदान अल्मोड़ा जिले में 50.65 प्रतिशत और पौड़ी में 51.93 प्रतिशत ही हो पाया है। 2017 के चुनाव में भी इन्हीं दो जिले( पौड़ी 54.86 प्रतिशत) और (अल्मोड़ा 53.07 प्रतिशत) सबसे कम मतदान प्रतिशत वाले थे।
राज्य के 70 सीटों के लिए 632 प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं। इनमें प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए कर्नल अजय कोठियाल समेत अन्य नेता शामिल हैं। भाजपा, कांग्रेस और आप के 70-70 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा के 60, सपा के 56 और उक्रांद के 46 प्रत्याशियों के अलावा 260 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में हैं।
More Stories
राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी की मेयर व पार्षद प्रत्याशियों के खर्चों की सूची, इतना खर्चा कर सकेंगे
Breaking: कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी प्रत्याक्षी किया घोषित
केदारनाथ उप चुनाव: कांग्रेस ने इस प्रत्याक्षी को मैदान में उतारा, BJP में अभी सस्पेंस