November 13, 2025

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कांवड यात्रा को लेकर पुलिस विभाग ने इस बार कड़े किए नियम, परिचय पत्र साथ रखना होगा, 14 से 26 जुलाई तक चलेगी यात्रा

देहरादून: दो साल के बाद होने जा रही कांवड़ यात्रा में इस बार चार करोड़ से भी अधिक कांवड़िए आने की संभावना है। इस यात्रा की तैयारी के लिए सोमवार को अंतरराज्यीय समन्वय बैठक हुई। इसमें सात राज्यों के आला अधिकारियों ने भाग लिया और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर चर्चा की। कांवड़ मेला क्षेत्र को 133 सेक्टरों में बांटा जाएगा। इसकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए तकरीबन 10 हजार से अधिक पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी।

समन्वय बैठक में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, रेलवे सुरक्षा बल, आईबी के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष और ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया। सबसे पहले डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा 14 से 26 जुलाई को आयोजित की जा रही है। कोरोना काल के बाद यह पहली कांवड़ यात्रा है।

पुलिस विभाग की ओर से कांवड़ यात्रा को लेकर नियम जारी किए गए हैं। इनमें सड़क के बाईं ओर चलेंगे कांवड़िए, यात्रा में लाठी डंडे, नुकीले भाले व अन्य हथियार पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे। सभी थाना पुलिस और अधिकारियों को उनका एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने को भी कहा गया है। ताकि, सूचनाओं का आदान प्रदान समय से किया जा सके।

विभाग की ओर से यह भी जारी किए गए हैं नियम
– कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडियों को अपना परिचय पत्र साथ रखने, सात फीट से उंची कांवड न बनाये जाने, रेल की छतों पर यात्रा ना करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। साथ ही शराब एवं मादक पदार्थों के सेवन न करने के संबंध में कांवड़ियों को जागरुक किया जाए।
– जिस जगह से कांवड़िए आ रहे हैं वहां की थाना पुलिस सारी जानकारी हासिल कर ले। इनमें गाड़ी नंबर, जत्थे में शामिल लोगों की संख्या, मोबाइल नंबर आदि शामिल रहेगी।
– अंतर्राज्यीय बैरियरों/चेक पोस्ट- चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चेक पोस्ट, लखनौता चेक पोस्ट, काली नदी बैरियर और गौवर्द्धन चेक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग की जाएगी।
– बेहतर समन्वय के लिए कांवड़ यात्रा को नियुक्त उत्तरप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल के नोडल अधिकारी हरिद्वार स्थित कंट्रोल रूम में बैठेंगे।
– सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप और एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।

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