देहरादून: उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटों पर संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद मतदाता हार जीत का गुणा भाग करने में जुटे हुए हैं। 632 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी हैं। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अपने आंकलन से भाजपा को पूर्ण बहुमत से जिता रहे हैं वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता कांग्रेस की सरकार बना रहे हैं। सोमवार रात से हार जीत की लिस्टें वायरल हो रही है जिसमें उत्तराखंड की 70 सीटों पर कांग्रेस की 42, भाजपा की 19, आठ सीटों पर असमंजस की स्थिति और एक पर निर्दलीय जीत का आंकड़ा लगा है। वहीं दूसरी लिस्ट में भाजपा 48, कांग्रेस 20, असंजस की स्थिति एक और निर्दलीय को एक सीट दी जा रही है।सियासी दलों और उम्मीदवारों की यह गणित कितनी सटीक साबित होती है, यह तो चुनाव नतीजों से स्पष्ट हो पाएगा। इस बार कोरोना संक्रमण के बीच हुए चुनाव में सियासी दलों और उम्मीदवारों को प्रचार का ज्यादा वक्त नहीं मिला। मतदान के कुछ दिन पहले ही दलों ने दिग्गजों को उतारकर चुनाव प्रचार को धार दी थी। भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने चुनावी मैदान में मोर्चा संभाला था। साथ ही सभी दलों ने अपने घोषणा पत्र में लोक लुभावने वादे भी किए थे।
देहरादून में इन प्रत्याशियों साख दांव परविधानसभा चुनावों में सबसे रोचक मुकाबला देहरादून में बना हुआ है। यहां कई प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। धर्मपुर विधानसभा से जहां निवर्तमान विधायक विनोद चमोली और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल की साख दांव पर है तो रायपुर से पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट, राजपुर से पूर्व विधायक राजकुमार और निवर्तमान विधायक खजान दास के साथ ही देहरादून कैंट सीट से सूर्यकांत धस्माना और पूर्व विधायक हरबंश कपूर की पत्नी सविता कपूर की साख दांव पर है।
कोटद्वार में प्रत्याशियों के बीच मुकाबला
कोटद्वार विधानसभा सीट पर भी मुकाबला कड़ा है। इस सीट पर पहली बार चुनाव लड़ रही यमकेश्वर की विधायक ऋतु खंडूड़ी के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी हैं। इस सीट पर पहले एकतरफा मुकाबला देखा जा रहा था, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा कर वोटरों को लुभाने की काेशिश की है।
चौबट्टाखाल में ही राह नहीं आसान
चौबट्टाखाल विधानसभा सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के सामने पहली बार इस सीट पर चुनाव लड़ रहे केसर सिंह नेगी चुनाव मैदान में खड़े हैं। इस सीट पर आम आदमी पार्टी से चुनाव दिगमोहन नेगी ने मैदान में उतरकर दोनों प्रत्याशियों की जीत की राह कठिन बना दी है।
श्रीनगर में दो दिग्गज आमने सामने
श्रीनगर सीट पर दो दिग्गज आमने सामने हैं। भाजपा में खासा प्रभाव रखने वाले धन सिंह नेगी के रथ के सामने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल खड़े हैं। यहां मुकाबला इतना रोचक है कि किसे जीत हासिल होगी अभी आकलन लगाना मुश्किल है। धन सिंह रावत ने जहां विकास कार्यों का खाका मतदाताओं के सामने रख वोट मांगे तो वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने भविष्य का खाका रख मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है। इस सीट पर कड़ी टक्कर होने के चलते खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहीं कांग्रेस की राष्टृीय महासचिव प्रियंका गांधी अपने-अपने प्रत्याशियों के हक में जनसभाएं कर चुके हैं।
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