रुड़की: उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने एक और जाबांजी का किस्सा प्रस्तुत करते हुए पंखे से झूल रहे युवक की जान बचा दी। हरिद्वार जिले के रुड़की के बंदा रोड निवासी 18 साल के युवक ने सोमवार तड़के सुबह घर वालों से लड़ाई होने पर आत्महत्या करने के लिए दरवाजा बंद किया और पंखे पर फंदा लगाकर उस पर लटक गया। परिजनों ने अपने बेटे को फांसी के फंदे पर लटकते देख शोर मचाना शुरू कर दिया। रात्रि गश्त कर रहे पुलिस कांस्टेबल व होमगार्ड ने परिजनों के रोने की आवाज़ सुनकर बिना देरी उस घर में घुस गए और युवक को बचाने के लिए लातों व हथोड़े से दरवाजे को तोड़ फंदे से लटकते युवक का फंदा काट उसकी जान बचाई।
जानकारी के अनुसार बंदा रोड निवासी युवक की 2 बजे तड़के सुबह किसी बात पर अपने परिजनों से कहा सुनी हो गयी। तैश में आकर युवक ने अपने आपको प्रथम तल के कमरे में अंदर से बंद कर पंखे से फांसी लगाने के लिए फंदा बनाने लगा। बेटे को कमरे में फांसी लगाता देख परिजन चीखने चिल्लाने लगे। गश्त कर रहे कांस्टेबल विकास त्यागी व होमगार्ड सुनील घर से चीखने की आवाज सुनकर बिन मौका गवाएं तुरंत उस घर में घुस गए। युवक के आत्महत्या किये जाने की बात सुन कांस्टेबल विकास व होमगार्ड सुनील ने जब खिड़की से देखा तो युवक फंदे पर लटक गया था। तत्परता दिखाते हुए कांस्टेबल विकास ने दरवाजा तोड़्ने के लिए ताबड़तोड़ दरवाजे पर लात मारने शुरू कर दिए हुए वहीं होमगार्ड घर में रखी हथोड़े लेकर आया और दरवाजा तोड़ा दिया। दोनों ने फंदे से लटकते युवक को पकड़ लिया व कैंची से उसका फंदा काट युवक को नीचे उतारा। युवक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। स्वस्थ्य होने पर घर भेज दिया गया।
More Stories
प्रापर्टी डीलर मंजेश हत्याकांड : सुपारी देकर खुद बना शिकार
SSP ने किए थानाध्यक्ष, एसएसआई व चौकी प्रभारियों के ट्रांसफर, देखें लिस्ट
SSP देहरादून की युवाओं की ज़िंदगी बचाने की नई पहल जो देश में बनेगा नजीर