देहरादून: उत्तराखंड में पहली बार किसी सत्ताधारी पार्टी ने राज्य में दोबारा अपनी सरकार बनाने में सफलता पाई है। हार के बावजूद पुष्कर सिंह धामी को 12वां मुख्यमंत्री बनाया। पार्टी को राज्य की सत्ता में दोबारा वापस लाने में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका सबसे ऊपर मानी जा रही है, लेकिन इसके साथ ही पुष्कर सिंह धामी ने पूरे चुनाव प्रचार में जबरदस्त भूमिका निभाई और पार्टी नेताओं के बीच अपनी काम करने वाले नेता के रूप में छवि बनाई। उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में लगभग छह महीने का ही समय मिला, लेकिन इसके बाद भी वे बेहद काम करने वाले नेता के रूप में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे। उन्हें इसका लाभ मिला।
भाजपा उत्तराखंड में अगली पीढ़ी का नेतृत्व विकसित करना चाहती है। राज्य के दूसरे नेता मदन कौशिक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, भुवन चंद्र खंडूरी, सतपाल महाराज और रमेश पोखरियाल निशंक उम्रदराज हो रहे हैं, जबकि पार्टी राज्य में लंबे समय की राजनीति को ध्यान में रखकर नए चेहरे पर दांव खेलना चाहती थी। पुष्कर सिंह धामी को इसी आधार पर पिछली बार सत्ता सौंपी गई थी। माना जा रहा है कि वे तेज-तर्रार काम कर अपनी छवि एक मजबूत नेता के रूप में बनाने में सफल रहे जिसका उन्हें लाभ मिला।
पुष्कर सिंह धामी बेहद विनम्र स्वभाव के हैं और पार्टी के हर कार्यकर्ता की पहुंच में माने जाते हैं। चुनाव प्रचार के दौरान भी वे लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी ऊर्जा का भरपूर उपयोग करते रहे। उनकी इस कार्यकुशलता से पार्टी को लाभ मिला। उनके इस गुण को देखकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन पर अपना भरोसा जताया है।
23 मार्च को परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण
पुष्कर सिंह धामी 23 मार्च को परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण कर सकते हैं। शपथ ग्रहण के छह महीने के अंदर उन्हें किसी विधानसभा सीट से जीत हासिल कर विधायक बनना होगा। निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ पार्टी के कई अन्य विधायकों ने भी धामी के पक्ष में अपनी सीट खाली करने का प्रस्ताव रखा है। अनुमान है कि वे डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, यह भाजपा की एक नई संस्कृति ही कही जा सकती है, जहां हारे हुए उम्मीदवार को भी दोबारा मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया जा रहा है।
मां व पत्नी ने फूल बरसाकर किया स्वागत
विधायक दल का नेता चुने जाने और राजभवन में सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे पुष्कर सिंह धामी का परिजनों ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान सभी के चेहरे की खुशी देखने लायक थी। सोमवार को शाम पुष्कर सिंह धामी अपने मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। यहां उनकी मां और पत्नी पहले से ही उनका बेसब्री से इंतजार कर रही थी। जैसे ही वह भीतर पहुंचे तो मां और पत्नी व अन्य रिश्तेदारों ने फूल बरसाकर उनका स्वागत किया। मां ने पुष्प बरसाने के बाद बेटे धामी को प्यार किया। तिलक लगाया। आरती उतारी और इसके बाद उन्हें अपने हाथों से बनाई हुई खीर खिलाई।
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