Dehradun: उत्तराखंड में कई माह से खाली दो विधानसभा सीटों पर उप चुनाव की तिथि घोषित कर दी गई है। बदरीनाथ और मंगलौर में 10 जुलाई को मतदान और 13 जुलाई को मतगणना होगी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने विभिन्न राज्यों के साथ उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों के लिए उप चुनाव का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिसके तहत 21 जून को नामांकन किया जाएगा और 24 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी। जबकि 26 जून को नाम वापसी का मौका दिया जाएगा। दोनों सीट भाजपा के पास नहीं थीं, अब यहां भाजपा जीत के लिए पूरा दम लगाने की तैयारी में हैं।
चमोली जिले की बदरीनाथ विधानसभा सीट पर राजेंद्र भंडारी कांग्रेस के विधायक थे। लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। जिस वजह से उनकी विधायकी समाप्त हो गई थी। जबकि इससे पहले हरिद्वार जिले की मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी का बीमारी के चलते निधन हुआ था। जिस वजह से मंगलौर विधानसभा सीट खाली हुई थी। मंगलौर विधानसभा सीट पर लोकसभा चुनाव के दौरान ही उपचुनाव होने थे, लेकिन हाई कोर्ट में इससे संबंधित याचिका लंबित होने के चलते वहां चुनाव नहीं हो पाए। जिसका निस्तारण होने के बाद चुनाव आयोग में अब उपचुनाव की घोषणा की है।
इधर, भाजपा कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दल भी चुनाव तैयारी में जुट गए हैं। मैदान में प्रत्याशी उतारने को लेकर गुणा भाग शुरू हो गई है। भाजपा बदरीनाथ में राजेंद्र भंडारी पर दांव खेल सकती है, लेकिन पुराने भाजपा कार्यकर्ता भी दावेदारी पेश करने की तैयारी में हैं। वहीं कांग्रेस को भी राजेंद्र भंडारी के जाने के बाद दूसरा मजबूत प्रत्याशी उतारने के लिए लिए काफी मंथन करना पड़ेगा। मंगलौर की सीट पर भाजपा कांग्रेस दोनों को ही नजर है। उपचुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक पार्टियों भी तैयारी में जुट गई है। 2022 के
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के राजेंद्र भंडारी ने भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को हराया था। जबकि मंगलौर विधानसभा सीट पर बसपा से हाजी सरवत करीम अंसारी विधायक चुने गए थे । लेकिन इस बार बीजेपी इन दोनों सीटों पर कब्जा करने के मूड में है। हालांकि मंलगौर विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण बीजेपी के एकदम उलट है। इस सीट पर मुस्लिम वोट
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