October 17, 2024

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होमगार्ड के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने दी कई सौगातें, जवानों को एक साल में 12 आकस्मिक अवकाश, 9000 फीट से अधिक ऊंचाई पर तैनात होमगार्ड को मिलेगी प्रतिदिन 200 रुपये प्रोत्साहन राशि

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देहरादून : उत्तराखंड होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा के स्थापना दिवस पर ननूरखेड़ा स्थित मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कार सिंह धामी ने जवानों को कई सौगातें दी हैं। होमगार्ड विभाग में शस्त्र प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के लिए इंडोर फायरिंग रेंज को प्रेमनगर में उपलब्ध भूमि पर निर्माण कराने, होमगार्ड जवानों को वर्ष भर में 12 आकस्मिक अवकाश दिए जाने, होमगार्ड स्वयंसेवकों की कंपनी कार्यालय, ट्रांसिट कैंप एवं इमरजेंसी सर्च एवं रेस्क्यू सेंटर के लिए प्रदेश में कुल नौ स्थानों पर आवंटित भूमि पर निर्माण कार्य के लिए 13 करोड़ 12 लाख, विभागीय मोटरसाइकिल दस्ते के लिए 21 मोटरसाइकिल खरीदने, पुलिस कर्मियों व एसडीआरएफ की तरह 9000 फीट से अधिक ऊंचाई पर ड्यूटी करने वाले होमगार्ड से सेवकों को 200 रुपये प्रतिदिन प्रति जवान की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाने की घोषणा की।

होमगार्ड विभाग के स्थापना दिवस पर परेड का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। साथ हैं कमांडेंट जनरल केवल खुराना।

इससे पहले स्थापना दिवस पर रैतिक परेड का आयोजन किया गया। रैतिक परेड का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सलामी ली। सर्वप्रथम परेड के प्रारंभ में कमांडेंट जनरल होमगार्ड केवल खुराना का परेड की ओर से अभिवादन किया गया, इसके बाद अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का परेड ने अभिवादन किया। इस दौरान कमांडेंट जनरल केवल खुराना ने कहा कि चार जनपदों में भर्ती महिला होमगार्ड का प्रशिक्षण जिला प्रशिक्षण केंद्र में पूर्ण हो गया है। बाकी शेष 188 महिला होमगार्ड स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण गतिमान है। आपदा राहत एवं बचाव के लिए विभाग की ओर से एप बनाया गया है जिसमे होमगार्ड स्वयंसेवकों की मैपिंग कर ली गई है, एप के माध्यम से होमगार्ड स्वयंसेवकों को सूचना प्राप्त होगी एवं न्यूनतम तीन होमगार्ड बचाव के लिए पहुंचेंगे। अधीनस्थ जनपदों में होमगार्ड बैरक एवं ट्रांजिट कैंप के लिए भूमि आवंटित कर ली गई है। राज्य में प्रथम बार महिला एवं पुरुष होमगार्ड द्वारा अन आर्म्ड कांबैट का प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है।

मोटरसाइकिल दस्ता ने किया हैरतंगेज प्रदर्शन

इस बाद होमगार्ड जवानों का मोटरसाइकिल दस्ता दहाड़ साहस कौशल एवं संतुलन को प्रदर्शित करते हुए 13 कलाओं का प्रदर्शन मुख्यमंत्री के समक्ष किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार द्वारा होमगार्ड महिला स्वयंसेवकों के लिए प्रसूति अवकाश अनमान्य किया गया है इसके लिए उन्होंने आभार जताया। 24 घंटे कार्य करने के उद्देश्य से चारों धामों में हेल्प डेस्क की स्थापना की गई जिसमें वर्तमान तक 2945 जरूरतमंदों की सहायता की गई है। होमगार्ड स्वयंसेवक के लिए प्रशिक्षण पुस्तिका बनाई गई है। होमगार्ड सीएम सेवकों के लिए बनाए गए पहल एप को स्कॉच ग्रुप के स्कॉच आर्डर ऑफ़ मेरिट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने होमगार्ड स्वयंसेवकों के लिए बनाई गई प्रशिक्षण पुस्तिका, आपदा एवं बचाव कार्य के लिए बनाए गए होमगार्ड विभाग के द्रुत एप का विमोचन, विभिन्न कार्यों के लिए ट्रांजिट कैंपों के लिए भूमि पूजन, केंद्रीय प्रशिक्षण में ऑब्सटेकल ट्रैक का लोकार्पण किया गया। परेड मे होमगार्ड स्वयंसेवकों की ओर से अन आर्म्ड कॉम्बैट दस्ते का प्रस्तुतीकरण किया गया तथा होमगार्ड की मोटरसाइकिल दस्ते दहाड़ का प्रदर्शन किया गया।

मोटरसाइकिल पर करतब दिखाता होमगार्ड विभाग का जवान।

इन्हें मिला विशिष्ट सेवा मेडल एवं प्रमाण पत्र

अमिताभ श्रीवास्तव डिप्टी कमांडेंट जनरल होम गार्ड्स.

राजीव बलोनी डिप्टी कमांडेंट जनरल होमगार्ड।

डिप्टी कमांडेंट राजीव बलूनी को विशिष्ट सेवा मेडल एवं प्रमाण पत्र प्रदान करते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।

सराहनीय सेवा के लिए मेडल एवं प्रमाण पत्र

मोहन सिंह खाती, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी होमगार्ड, अल्मोड़ा.

राजपाल राणा अवैतनिक प्लाटून कमांडर होमगार्ड चमोली।

मृतक होमगार्ड के परिजनों को दिए दो-दो लाख रुपये के चेक

स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंचासीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व डिप्टी कमांडेंट अमिताभ श्रीवास्तव।

मुख्यमंत्री ने होमगार्ड विभाग की सेवा पृथक एवं मृतक होमगार्ड के परिजनों को रुपये 2 लाख की सहायता राशि प्रदान की गई। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने 320 नव चयनित महिला होमगार्ड स्वयंसेवकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। कहा कि होमगार्ड विभाग द्वारा प्रदेश में 320 महिला होमगार्ड स्वयंसेवकों की निर्विघ्न एवं निर्विवाद भर्ती कराई गई है इसके लिए विभाग के अधिकारी बधाई के पात्र हैं। निश्चित रूप से यह प्रदेश की मातृशक्ति को आर्थिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनाने हेतु एक सराहनीय कदम है।

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