देहरादून: विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार को पार्टी पचा नहीं पा रही है। चुनाव संपन्न हाेने के करीब डेढ़ महीने बाद पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग कर सुर्खियों में आए कांग्रेस नेता अकिल अहमद को आखिरकार निष्कासित कर दिया।
प्रदेश महामंत्री मथुरादत्त जोशी ने सोमवार शाम आकिल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित करने के आदेश किए। यह कार्रवाई अकिल द्वारा मीडिया और सोशल मीडिया पर लगातार दिए जा रहे बयानों की वजह से की गई है। मथुरादत्त ने बताया कि यूनिवर्सिटी विवाद पर आकिल को मर्यादापूर्ण आचरण रखने को कहा गया था। इसके बाद भी वो लगातार पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बयान जारी करते रहे। बीती आठ फरवरी को भी आकिल को नोटिस जारी किया गया था।
यह है मामला : विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर बगावती तेवर दिखा रहे प्रदेश सचिव अकिल को प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सीनियर आब्जर्वर मोहन प्रकाश आदि ने मना लिया था। पार्टी प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा के समर्थन में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अकिल ने अपनी कई मांगों के साथ अल्पसंख्यकों के लिए यूनिवर्सिटी बनाने की भी मांग की। आकिल का कहना था कि प्रभारी और पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार बनने पर मांगें मानने का भरोसा दिया था।
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