युवा SP के इस कार्य की चारों तरफ हो रही सराहना, रातों-रातों ग्रामीणों के दिलों में बनाई जगह
Spread the love
चमोली। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अक्सर पुलिस से दूरी बनाते देखा है। इसका कारण यह है कि वह अपराध के बारे में सोचते तक नहीं। कभी-कभी यही दूरी समस्या का कारण भी बनती है। क्योंकि अधिकारों के प्रति जागरूक न होने के कारण वह खुद भी ठगी के हो जाते हैं। पुलिस व जनता के बीच दूरी कम करने के लिए SP चमोली सर्वेश पंवार ने नई पहल की है। एसपी ने हर थानाध्यक्ष को अपने थानाक्षेत्र के एक गांव में रात्रि प्रवास करने के निर्देश जारी किए हैं।
SP की इस पहल का प्राथमिक उद्देश्य स्थानीय जनता तक पुलिसिंग की सेवाओं को पहुंचाना, सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना, और विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द को स्थापित करना है। यह कदम न केवल पुलिस की छवि को बेहतर बनाने में सहायक होगा बल्कि ग्रामीणों को अपनी समस्याओं और चिंताओं को सीधे पुलिस के समक्ष रखने का भी अवसर प्रदान करेगा। इससे पुलिस को ग्रामीण क्षेत्रों में व्याप्त समस्याओं और चुनौतियों की बेहतर समझ विकसित करने में मदद मिलेगी और प्रभावी समाधानों के लिए रणनीति बनाई जा सकेगी। इस पहल को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। थानाध्यक्ष गांववासियों से मिलेंगे, उनकी शिकायतें सुनेंगे और उन्हें विभिन्न मुद्दों पर जानकारी प्रदान करेंगे।
रात्रि प्रवास का उद्देश्य
रात्रि प्रवास के दौरान थानाध्यक्ष ग्रामीणों के साथ समय बिताएंगे, उन्हें पुलिसिंग के बारे में जानकारी देंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। यह पहल पुलिस और समुदाय के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करने में सहायक होगी। थानाध्यक्ष अपने प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों को महिला अपराधों, साइबर अपराधों, और नशे के खिलाफ जागरूक करेंगे।
समरसता और सौहार्द का विकास
समाजिक समरसता और सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए यह पहल बेहद महत्वपूर्ण है। विभिन्न समुदायों के बीच आपसी समझ बढ़ाने, और एक-दूसरे के सांस्कृतिक एवं सामाजिक पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी। थानाध्यक्षों के इस प्रयास से लोगों में न केवल पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय मुद्दों पर भी ध्यान दिया जा सकेगा।
महिला और साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता
महिला सुरक्षा और साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए थानाध्यक्ष विशेष जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे। महिलाएं जो अक्सर अपराधों का शिकार होती हैं, उन्हें महिलाओं के कानूनी अधिकारों की जानकारी प्रदान करेंगे इसके अलावा, युवाओं को साइबर अपराधों के प्रति सजग करने और नशे के दुष्प्रभावों के बारे में समझाने के लिए भी विशेष कार्यक्रम होंगे।
नशे के खिलाफ जागरूकता
नशे की समस्या समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है। थानाध्यक्ष ग्रामीणों को नशे के खतरों, उसके दुष्परिणामों और इससे बचने के उपायों की जानकारी देंगे। यह पहल न केवल नशे के मामलों को कम करने में मदद करेगी, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी काम करेगी।
यह पहल नि:संदेह चमोली जिले में पुलिसिंग का चेहरा बदलने का प्रयास है। इस पहल से हम गांव वासियों के संपर्क में आएंगे, उनकी चिंताओं को समझेंगे और उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। इस पहल से न केवल पुलिस और जनता के बीच की खाई कम होगी, बल्कि समाज में समरसता और सौहार्द को भी बढ़ावा मिलेगा। पुलिसिंग का यह मानव-केंद्रित दृष्टिकोण निश्चित रूप से समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगा। – सर्वेश पंवार, पुलिस अधीक्षक, चमोली
More Stories
उत्तराखंड बोर्ड का 10वीं व 12वीं का परीक्षा परिणाम जारी, इस लिंक पर क्लिक कर देखें अपना रिजल्ट
जिस थाने में की पहली ट्रेनिंग उसी को संवारेंगे यह IPS अधिकारी, थाने को लिया गोद
यूपी की तरह उत्तराखंड में 04 जिलों में बदले जगहों के नाम, मियांवाला का नाम हुआ रामजीवाला