देहरादून: तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी आईजी अरुण मोहन जोशी को सरकार ने अहम जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है। जोशी ने कांवड़ और कोरोनाकाल में बेहतरीन कार्य किया। वे भीड़ नियंत्रण के मामले में भी खासा अनुभव रखते हैं।
चारधाम यात्रा इस बार अत्यधिक भीड़ के कारण पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। ऐसे में व्यवस्थाएं सुचारु बनाए रखना आसान नहीं है। कांवड़ जैसे बड़े आयोजन का अनुभव रखने वाले अफसर को जिम्मेदारी देने से उनके अनुभव का लाभ मिल सकेगा। हरिद्वार में एसएसपी के रूप में तैनाती के दौरान 2012 में आईपीएस जोशी ने शहर के किनारे बैरागी कैंप शुरू करवाकर भीड़ को एक तरफ करने की नई व्यवस्था शुरू की। उससे कांवड़ यात्रा काफी हद तक पटरी पर आ गई थी।
कोरोनाकाल में जोशी देहरादून के एसएसपी थे। संकटकाल में उन्होंने लोगों के बीच मदद की कई योजनाएं खुद शुरू कीं। गरीबों के लिए लगातार मुफ्त भोजन, अकेले रहने वाले बुजुर्गो को घर पर दवाएं, भोजन आदि उपलब्ध करवाने के अलावा पीड़ितों को उपचार के प्रबंध किए। इससे पुलिस की लोकमित्र छवि बनी। माना जा है कि भीड़ प्रबंधन के साथ ही यात्रियों के साथ तालमेल बेहतर करने के लिए उनको यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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