देहरादून: राजपुर रोड स्थित रिलायंस शोरूम में डकैती के बाद शोरूम में सुरक्षा व्यवस्था की पोल भी खुल गई है। यहां पर जो सिक्योरिटी गार्ड रखा हुआ था, उसके पास कोई हथियार नहीं था। यही कारण है कि जब बदमाश शोरूम में दाखिल हुए तो वह कुछ नहीं कर पाया। पुलिस के मुताबिक ज्वेलरी शोरूम में सुरक्षा के लिहाज से हथियारबंद सुरक्षाकर्मी की तैनाती जरूरी है। जबकि राजपुर रोड स्थित ज्वेलरी शोरूम में एक महिला व एक पुरुष सुरक्षाकर्मी तैनात थे, लेकिन उनके पास कोई हथियार नहीं थे।
इसके अलावा शोरूम में अलार्म सिस्टम भी लगा होना जरूरी है, जबकि इसी शोरूम में पीछे की तरफ अलार्म लगा हुआ था। किसी भी स्टाफ ने अलार्म का बटन दबाने की जहमत नहीं उठाई। यह उदासीनता तब है जब देश के कई राज्यों में रिलायंस शोरूम में डकैती की घटनाएं हो चुकी हैं। सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो जब शोरूम में करोड़ों का सोना रखा हुआ था तो उस हिसाब से सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए जाने चाहिए थे। पुलिस अब रिलायंस ज्वेलस व माल सप्लाई करने वाली एजेंसी की जांच करने में जुट गई है। चर्चा तो यह भी है कि कहीं न कहीं मामले को इंश्योरेंस से भी जोड़ा जा रहा है। हालांकि एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि बदमाश चाहे जहां भी छिपे हो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डकैतों को पकड़ने के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी।
दूसरी ओर देहरादून में सबसे बड़ी डकैती डालने वाले गिरोह का तार सुबोध गैंग से जुड़े हैं। दून पुलिस गैंगलीडर सुबोध सिंह उर्फ छोटू उर्फ दिलीप सिंह निवासी चिश्तीपुर चंडी थाना चंडी जिला नालंदा बिहार से पूछताछ करने के लिए लातुर पहुंच चुकी है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। अब हुई जांच में यह भी सामने आया है कि गैंग के कुछ सदस्य औद्याेगिक क्षेत्र सेलाकुई में रुके थे, जिसके बाद उन्होंने रेकी की। हालांकि पुलिस के हाथ अब तक यह साक्ष्य नहीं लग पाए हैं कि उन्हें किसने शरण दी थी। बहरहाल एसएसपी खुद मैदान में उतर चुके हैं और टीम के साथ बाहरी राज्य पहुंच गए हैं।
करोड़ों की डकैती के मामले में पुलिस को गैंग के सरगना सुबोध कुमार का हाथ होने के साक्ष्य मिले हैं। सुबोध की ओर से बिहार जेल के अंदर से ही अपने गैंग को आपरेट करने तथा अपने सहयोगी गैंग से संपर्क में रहने की जानकारी पुलिस को मिली है। इस गैंग ने अब तक देश के कई राज्यों में लूटपाट व डकैती की कई वारदातों को अजांम दिया है। गैंग के सरगना सुबोध कुमार व उसके सहयोगी गैंगो के विरुद्ध विभिन्न राज्यों में कई आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं। गैंग के सरगना सुबोध कुमार को महाराष्ट्र पुलिस ने पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लातूर लाया गया है। दून पुलिस की टीम भी लातुर पहुंच चुकी है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।
20 नहीं 14 करोड़ रुपये की हुई डकैती
रिलांयस ज्वेलस की ओर से मूल्यांकन के बाद शोरूम में 14 करोड़ रुपये की डकैती की बात कही है। घटना वाले दिन शोरूम की ओर से गहनों के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि शोरूम की ओर से बताया गया है कि बदमाश शोरूम से 14 करोड़ रुपये के गहने ले गए हैं।
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