January 21, 2025

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प्रापर्टी डीलर मंजेश हत्याकांड : सुपारी देकर खुद बना शिकार

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देहरादून: प्रापर्टी डीलर मंजेश हत्याकांड में नया मोड आया है। सुपारी देकर मंजेश की हत्या करवाई गई थी। मंजेश के पार्टनर ने ही 10 करोड़ रुपये की सुपारी दी थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि 30 नवंबर को यमुनोत्री विहार फेस-2 चंद्रबनी में एक व्यक्ति की हत्या की गई थी। मृतक की पहचान मंजेश कुमार उम्र 42 वर्ष निवासी गांजा माजरा खेड़ी जिला हरिद्वार के रूप में हुई। मकान मालिक प्रदीप कुमार बौडीयाल से पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने दो माह से अपने मकान के ऊपर एक कमरा सचिन निवासी भगवानपुर हरिद्वार को किराए पर दिया था तथा कमरे में उसके एक साथी अर्जुन का भी आना जाना था।

जांच के बाद आरोपित सचिन को आशारोड़ी के पास से गिरफ्तार किया जबकि घटना में फरार चल रहे आरोपी अर्जुन बलवान निवासी ग्राम बिजोली, सोनीपत हरियाणा को झझर कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सचिन ने बताया कि प्रापर्टी डीलर मंजेश के पार्टनर संजय उर्फ फौजी के कहने पर उसने अपने साथी अर्जुन के साथ मिलकर मंजेश की गला घोट का हत्या की थी। साथ ही घटना के बाद मृतक मंजेश के गले की चेन तथा अंगूठी को अपने एक साथी अफजल के पास छोड़ने की जानकारी दी। मंगलवार को पुलिस ने मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी व अफजल को गिरफ्तार कर अफजल के पास से मृतक की चेन, अंगूठी और संजय उर्फ फौजी से मृतक की कार की चाबी बरामद हुई।

एसएसपी के अनुसार पूछताछ में आरोपित अर्जुन ने बताया कि वह मंजेश के साथ प्रापर्टी डिलिंग का काम करता था। मंजेश व संजय उर्फ फौजी आपस में पार्टनर थे। फौजी ने राजपुर रोड, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जमीन प्लाटिंग के लिए प्रापर्टी ली थी। मंजेश उससे आधी हिस्सेदारी मांग रहा था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था। मंजेश ने अर्जुन को संजय उर्फ फौजी हत्या की सुपारी दी व उसके एवज में उसे मोटी रकदम देने की बात कही। मंजेश आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण अर्जुन ने इस काम से मना कर दिया और यह बात संजय उर्फ फौजी को बता दी। संजय ने आरोपित अर्जुन को बताया कि वह राजपुर रोड, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जो जमीन ली है यदि उसकी डील हो जाती है तो उसे 80-90 करोड़ का फायदा होगा, जिसमें से मंजेश आधा हिस्सा मांग रहा है। मंजेश की हत्या कर दे तो वह उसे उसके एवज में 10 करोड़ रुपये देगा।

रुपयों के लालच में अर्जुन ने सचिन को साथ मिलाया

मोटी रकम का लालच देखकर अर्जुन ने अपने एक अन्य साथी सचिन को घटना में शामिल कर लिया। अर्जुन ने सचिन को बताया कि मंजेश के खाते में 38 लाख रुपये हैं तथा उसके मोबाइल के पिन की उसे जानकारी है। यदि वह मंजेश की हत्या कर देगा तो मंजेश के खाते से 38 लाख रुपये निकाल सकते हैं। इसके दोनों ने मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाने और वहां उसकी हत्या करने की योजना बनाई। 29 नवंबर को संजय उर्फ फौजी अर्जुन सचिन से मिला और उन्हें खर्चे के लिए 10 हजार रुपये दिए। अगले दिन कुछ दिनों में सुपारी की रकम देने की बात कही। 29 नवंबर की शाम को अर्जुन व सचिन मास्टरमाइंड संजय उर्फ फौजी से मिले। रात को आरोपितों ने मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाया, जहां मंजेश को शराब पिलाने के बाद सचिन व अर्जुन ने मंजेश का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।

शव ठिकाने के लिए शुभम से संपर्क किया लेकिन उसने मना कर दिया
घटना के बाद अर्जुन व सचिन मृतक मंजेश के शव को ठिकाने लगाना चाहते थे पर दोनों में से किसी को कार चलाना नहीं आता था ऐसे में अर्जुन ने अपने साथी शुभम को घटना के संबंध में बताते हुए शव को ठिकाने लगाने की बात कही, लेकिन उसने मना कर दिया। घटना के बाद अर्जुन ने मृतक मंजेश के गले से चेन, अंगूठी व कार की चाबी अपने पास रख ली। सुबह के समय दोनों मृतक के शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे लेकिन अचानक पुलिस के आने पर दोनों घबराकर छत से नीचे कूदकर फरार हो गए। इसके बाद अर्जुन संजय उर्फ फौजी से मिला और उसे घटना के संबंध में जानकारी देते हुए मृतक की कार की चाबी उसे दे दी, जिस पर संजय उर्फ फौजी ने आरोपित को 50 हजार रुपये देते हुए अपनी कार से ग्राफिक एरा अस्पताल झाझरा के पास छोड़ा जहां से वह अपने साथी अफजल के कमरे में चला गया। एक दिन वहां रुकने के बाद उसने दोस्त अफजल को मंजेश की चेन व अंगूठी दी और हरियाणा भाग गया। सचिन की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर अर्जुन गिरफ्तारी से बचने के लिए सोनीपत कोर्ट में सरेंडर करने जा रहा रहा था जहां पुलिस टीम ने उसे कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया।

वालंटियर रिटायर हुआ था संजय फौजी
एसएसपी ने बताया कि संजय उर्फ फौजी पहले फौज में नौकरी करता था। वर्ष 2018 में उसने वालंटियर रिटायरमेंट ले लिया, जिसके चलते उसे जलवायु टावर में किराए का मकान मिला। तब से वह जमीन खरीद फरोख्त के धंधे से जुड़ गया। उसने अपने साथ अपराधिक प्रवृति वाले लोगों को जोड़ा ताकि कोई विवाद होने पर वह उनका इस्तेमाल कर सके। एसएसपी अजय सिंह ने मामले का तत्काल पर्दाफाश करने वाली टीम को 10 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

इन आरोपितों को किया गया गिरफ्तार
– संजय उर्फ फौजी निवासी जलवायु टावर झाझरा, प्रेमनगर

– अफजल मलिक निवासी बुलाकीवाला प्रेमनग

– अर्जुन निवासी ग्राम बिजोली, सोनीपत, हरियाणा

– सचिन निवासी निकट गैस प्लांट भगवानपुर, जनपद हरिद्वार

आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम

पुलिस टीम

1- उ0नि0 मनमोहन सिंह, व०उ०नि० पटेलनगर
2- उ0नि0 देवेश खुगशाल, चौकी प्रभारी आईएसबीटी
3- उ०नि० दीनदयाल
सिंह
4- उ०नि० धनीराम पुरोहित
5- हे०कां० मनोज कुमार
6- हे०कां० दीप प्रकाश
7- हे०कां० सुनीत कुमार
8- हे०का० अनूप मिश्रा
9- कां० अरशद अली
10-का० विनोद बचकोटी
11- का० राकेश पंवार
12- कां० विकास कुमार

एसओजी टीम

1- नि० शंकर सिंह बिष्ट, प्रभारी एसओजी
2- उ०नि० कुंदन राम
3- कां० ललित कुमार
4- कां० विपिन कुमार
5- कां० पंकज कुमार
6- कां० आशीष शर्मा
7- हे०का० किरण कुमार

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