पौड़ी : उत्तराखंड में लगातार महिला अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कहीं किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म तो कहीं नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले सामने आ रहे हैं। अपराध करने वाले अधिकतर गैर हिंदू या बाहरी राज्यों के अपराधी हैं। बाहरी राज्यों से आकर उत्तराखंड में मैकेनिक, कारपेंटर, दर्जी व सैलून वाले अधिकतर इन मामलों को अंजाम दे रहे हैं, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। बाहरी लोगों पर लगातार नजर रखने व उनका पूरा ब्यौरा रखने के लिए पौड़ी जिले के एसएसपी IPS अधिकारी लोकेश्वर सिंह ने नई पहल की है।
उन्होंने जिले के मुख्य शहर पौड़ी, श्रीनगर व कोटद्वार में निवास करने वाले बाहरी व्यक्तियों मुख्यत: मैकेनिक, कारपेंटर, दर्जी, नाई का काम करने वाले व्यक्तियों का सत्यापन करना शुरू कर दिया है। इन सभी को थाने बुलाकर उनका पूरा डाटा जुटाया जा रहा है। इसमें नाम, पता, मूल निवास, फोटो, फिंगर प्रिंट व अन्य दस्तावेज हासिल किए जा रहे हैं। आने वाले समय में उनके संबंधित थाने से जानकारी जुटाई जाएगी कि उनका कोई अपराधिक रिकार्ड तो नहीं है। एसएसपी के निर्देश पर अब तक जिले में 250 से अधिक लोगों का डाटा एकत्र किया जा चुका है।
अभी तक पुलिस घर-घर जाकर सत्यापन अभियान चलाती थी, और यदि किराएदार ने सत्यापन नहीं कराया तो मकान मालिक का 10 हजार रुपये चालान किया जाता था, लेकिन इसमें किराएदार का पूरा डाटा तैयार नहीं हो पाता था। अपराध होने पर यदि आरोपी का डाटा नहीं तो उसे ढूंढने में कई दिन लग जाते थे, जिससे कानून व्यवस्था खराब होने की संभावना बनी रहती है। यदि पुलिस के हाथ पर डाटा होगा तो आसानी से आरोपी का पता लगाया जा सकेगा। इसके अलावा संबंधित के दिल में डर भी बना रहेगा।

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