चमोली: बद्रीनाथ हाईवे पर छिनका में पहाड़ी से हुए भूस्खलन से बदरीनाथ हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। पहाड़ी से निकला मलबा अलकनंदा नदी तक जा पहुंचा। हाईवे के दोनों ओर हजारों तीर्थयात्री फंस गए। दिनभर वाहनों की आवाजाही ठप रही। इससे हाईवे के दोनों ओर करीब दस किलोमीटर तक यात्रियों के वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। देर रात तक प्रशासन हाईवे खुलवाने में जुटा रहा, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों को जाने वाले यात्रियों को अलग-अलग पड़ावों पर ठहराया गया है।
जिले में बुधवार रात से बृहस्पतिवार सुबह तक भारी बारिश हुई। सुबह नौ बजकर 50 मिनट पर अचानक छिनका में पहाड़ी से विस्फोट की आवाज के साथ पत्थर और मलबा हाईवे पर आ गया। पहाड़ी से छिटपुट पत्थर गिरने के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से पहले ही यहां वाहनों की आवाजाही को रोक लिया गया था। हाईवे के अवरुद्ध होने पर पुलिस प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के वाहनों को बदरीनाथ धाम, जोशीमठ, पीपलकोटी, कर्णप्रयाग, चमोली, नंदप्रयाग, गौचर में ही रोक लिया।
हाईवे अवरुद्ध होने की सूचना पर सुबह दस बजे एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग एवं ढांचागत विकास) की जेसीबी मशीनें मौके पर पहुंची और मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि हाईवे पर मलबा गिरने से यहां करीब 100 मीटर हाईवे भी ध्वस्त हो गया है। हाईवे से मलबा हटाने के काम में तीन जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।
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