देहरादून। अगर आफ भी सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और फेसबुक व इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। समय के साथ साइबर ठग भी तौर-तरीके बदल रहे हैं। जनमानस के मन-मस्तिष्क में पुलिस को लेकर अजीब-सा डर व्याप्त है। सामान्य लोग पुलिस की वर्दी देखकर ही सहम जाते हैं। अब इसी डर का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं। भोले-भाले व्यक्तियों को वह पुलिसकर्मी बनकर धमका रहे हैं। वीडियो काल पर रौब गालिब कर उनकी गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं। इस तरह धोखाधड़ी करने वाले साइबर ठगों के तार मेवात (राजस्थान) से जुड़े हैं। बीते कुछ दिनों में देहरादून समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में इस तरह ठगी किए जाने के मामले सामने आए हैं।
इस तरह की ठगी से बचने को लेकर उत्तराखंड पुलिस इंटरनेट मीडिया पर प्रदेशवासियों को जागरूक भी कर रही है। ठगों के इस गिरोह में युवतियां भी शामिल हैं। जो फेसबुक पर दोस्ती करने के बाद मोबाइल नंबर लेकर अपने जाल में फंसाती हैं। इसके बाद युवतियों की तरफ से संबंधित को वीडियो काल किया जाता है और उस पर अश्लील हरकतों के लिए दबाव बनाया जाता है। वीडियो काल के दौरान की पूरी गतिविधि युवतियां अपने मोबाइल में स्क्रीन रिकार्डर के माध्यम से कैद कर लेती हैं। चूंकि, इस तरह के मामलों को लेकर लोग जागरूक हो चुके हैं।
ऐसे में अब युवतियों के स्थान पर पुलिस की वर्दी में उनके साथी वीडियो काल कर पीड़ित को धमकाते हैं कि किसी युवती ने अश्लील वीडियो भेजकर उनकी शिकायत की है। पुलिस की वर्दी देख अधिकांश लोग डर जाते हैं और हर बात मानने को तैयार हो जाते हैं।
यह सतर्कता बरतें
– फेसबुक पर किसी भी अनजान युवती या महिला के मैसेज का जवाब न दें।
– अंजान युवतियों व महिलाओं की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
– फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली है और मैसेज का रिप्लाई कर रहे हैं तो मोबाइल नंबर न दें।
– किसी भी दशा में वाट्सएप नंबर तो ना ही दें।
– अगर मोबाइल नंबर दे चुके हैं तो उनसे वीडियो काल पर बात न करें।
– उनकी बातों में आकर कोई अश्लील हरकत न करें।
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