देहरादून: उत्तराखंड में अग्निपथ योजना का विरोध शुरू हो गया है। बेरोजगार संगठनों के पदाधिकारियों, युवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जमकर हंगामा किया। युवाओं ने भाजपा की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए गए पोस्टरों, बैनरों को फाड़ डाला और केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं पिथौरागढ़ में युवाओं ने सिल्थाम में जाम लगाया, जिस कारण यहां हजारों लोग जाम में फंस गए।
दूसरी ओर केंद्र सरकार के खिलाफ कुमाऊं में विरोध युवकों ने विरोध किया।मंडल के 6 शहरों में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने सड़क पर आकर योजना का जमकर विरोध कर सड़कें जाम कीं। योजना के खिलाफ विरोध कर रहे युवकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। मैदान से लेकर पहाड़ तक युवाओं में सरकार के फैसले को लेकर गुस्सा देखते ही बन रहा है।
हंगामा कर रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की। कहा यह युवाओं के साथ धोखा है। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया 90 दिन बाद शुरू हो जाएगी। इससे पहले सैन्य प्रबंधन दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचकर युवाओं को जागरूक करेगा। जीओसी गोल्डन की डिवीजन मेजर जनरल जीएस चौधरी ने कहा कि योजना से सशस्त्र सेनाओं को युवा व नई तकनीक से युक्त सैनिक मिलेंगे। सेना में भर्ती का जुनून रखने वाले अधिक युवाओं के लिए भी एक अवसर होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विगत दिनों सेना के तीनों प्रमुखों की मौजूदगी में दिल्ली में अग्निपथ योजना का एलान किया था। क्लेमेनटाउन स्थित सेना की 14 इंफ्रेंट्री डिवीजन (गोल्डन की डिवीजन) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल जीएस चौधरी ने भी योजना को क्रांतिकारी बताया है। सैन्य परिसर में पत्रकारों से कहा कि योजना से सेना में भर्ती होने की ख्वाहिश रखने वाले युवा आत्मनिर्भरता की उड़ान भरेंगे।
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