October 26, 2025

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दून पुलिस ने किया बुलेट चोर गैंग का पर्दाफाश, महंगे शौक पूरा करने को किशोरों ने बनाया था गैंग

देहरादून: महंगे शौक पूरा करने के लिए चार किशोर व एक युवक ने गैंग बनाकर बुलेट चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। पांचों बुलेट को ही निशाना बनाते थे। प्रेमनगर थाना पुलिस ने चार किशोरों व एक युवक को चोरी के तीन बुलेट व एक बाइक के साथ पकड़ा है। पांचों इतने शातिर हैं कि उन्हें पता था कि पंचायत चुनाव को लेकर सीमाओं पर चेकिंग चल रही है, इसलिए चोरी के वाहनों को पंचायत चुनाव के बाद सहारनपुर व मुजफ्फरनगर ले जाकर बेचने की फिराक में थे।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि अनिल कुमार निवासी प्रेमनगर ने थाना प्रेमनगर में अपनी बुलेट चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना का पर्दाफाश करने के लिए थानाध्यक्ष प्रेमनगर कुंदनराम को दिशा निर्देश जारी किए गए। चोर की तलाश में थाना प्रेमनगर में दो पुलिस टीमें गठित की गई। शनिवार रात को पुलिस को सूचना मिली कि कुछ नाबालिक रात में बिना नंबर के बुलेट घूमते देखे गए हैं। थानाध्यक्ष कुंदन राम की देखरेख में टीमों ने वाहनों की चेकिंग शुरू की। झाझरा चौकी गेट के पास सेलाकुई की ओर से दो बिना नंबर की बाइकों पर सवार पांच युवकों को रोका गया।

सख्ती से पूछताछ में उन्होंने बताया कि दोनों बुलेट उन्होंने प्रेमनगर व नेहरू कालोनी क्षेत्र से चोरी की हैं और पकड़े जाने के डर से दोनों बुलेट से नंबर प्लेट हटा दिए। पकड़े गए पांचों में से चार नाबालिग निकले जबकि बालिग आरोपित यश शर्मा निवासी क्लेमेनटाउन को गिरफ्तार किया गया। पांचों की निशानदेही पर उनके पास से एक बुलेट व एक बाइक टी स्टेट, प्रेमनगर में झाड़ियों से बरामद की गई। किशोरों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष जबकि आरोपित यश शर्मा को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। चारों किशोरों को बाल सुधार गृह हरिद्वार व आरोपी यश शर्मा को जेल भेजा गया है।

पूछताछ में पांचों ने बताया कि उन्हें महंगे मोबाइल फोन, कपड़े व खाना पीने का शौक है। उन्हें जानकारी थी कि पुलिस नाबालिगों को जेल नहीं भेजती है और उनके स्वजनों को बुलाकर समझा बुझाकर घर भेज देती है, जिसके चलते उन्होंने वाहन चोरी का रास्ता अपनाया। पकड़े गए नाबालिग में से तीन नाबालिग थाना राजपुर में भी वाहन चोरी में पहले भी पकड़े गए थे, जिसमें वह जल्दी छूट गए थे। वह बुलेट को ही ज्यादा टारगेट करते थे क्योंकि पुरानी बुलेट में मास्टर चाबी लग जाती है और उसके पार्ट भी अच्छे दामों में बिक जाते हैं। रैकी करने के बाद वह वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। उनकी योजना चुनाव के बाद वाहनों को सहारनपुर व मुजफ्फरनगर के मैकेनिक को बेचने की थी, लेकिन चुनाव के मद्देनजर बार्डर पर चेकिंग के चलते वह चोरी के वाहनों को जनपद से बाहर नहीं ले जा पाए।

बरामदगी वाहन
1- बुलेट मोटरसाइकिल UK 07 BW 7771
2- बुलेट मोटरसाइकिल UK 07 DC 2927
3- बुलेट मोटरसाइकिल (काला रंग, बिना नंबर प्लेट)
4- स्प्लेंडर मोटरसाइकिल (स्लेटी रंग, बिना नंबर प्लेट

पुलिस टीम
1- व0उ0नि0 आशिष राबियान, थाना प्रेमनगर
2- उ0नि0 जगमोहन सिंह
3- उ0नि0 सतेंद्र
4- उ0नि0 निधि (बाल कल्याण अधिकारी)
5- हे०कां० धर्मेंद्र बिष्ट
6- कां० रवि शंकर
7- कां० रोबिन
8- कां० बृजमोहन
9- कां० उपेंद्र

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