September 16, 2025

GarhNews

Leading News Portal of Garhwal Uttarakhand

दून पुलिस की जाल में फंसे इनामी नशा तस्कर, 07 लाख की चरस के साथ दो गिरफ्तार

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025 की परिकल्पना को साकार करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने अधीनस्थों को नशा तस्करी पर गंभीरता से कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं। नशा तस्करों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के साथ-साथ नशे की गिरफ्त में आए युवाओं की काउंसलिंग करते हुए उन्हें समाज की मुख्य धारा में जोडने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में थानाध्यक्ष रायपुर ने दो नशा तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे करीब सात लाख रुपये कीमत की 3.335 किलो चरस बरामद की है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि रायपुर थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी को कुछ नशा तस्करों के डीएल नंबर की कार से देहरादून में चरस सप्लाई करने की सूचना मिली। पुलिस टीम ने क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाते हुए एफडी भवन रायपुर के पास एक डीएल नंबर के वाहन को चेकिंग के लिए रोका। वाहन की तलाशी लेने पर वाहन सवार नीरज कठैत निवासी ग्राम साबली, थाना चंबा, जनपद टिहरी गढ़वाल वर्तमान निवासी गोविंद विहार आइटी पार्क और सौरभ चौहान निवासी ग्राम धनसारा, थाना देवप्रयाग, जनपद टिहरी गढ़वाल, वर्तमान निवासी गोविंद विहार आईटी पार्क से 3.335 किलो चरस बरामद हुई। पुलिस ने मौके से दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए तस्करी में इस्तेमाल किए जा रहे वाहन को सीज किया गया। दोनों के विरुद्ध रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपित पूर्व में रायपुर थाने में दर्ज नशा तस्करी के केस में फरार चल रहे थे जिन पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पूर्व में रायपुर पुलिस ने आरोपितों दो अन्य साथियों धर्मराज धामी तथा आयुष रावत को 3.5 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया था। उस समय आरोपित नीरज तथा सौरभ रात्रि में अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए थे, जिनकी लगातार तलाश चल रही थी।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह लंबे समय से चरस तस्करी करते आ रहे हैं। दोनों पर्वतीय क्षेत्रों से चरस को एकत्रित कर देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार व अन्य स्थानों पर सप्लाई करते थे, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो जाता था। बरामद चरस को वह टिहरी व मसूरी क्षेत्र से खरीदकर लाए थे, जोकि उन्होंने देहरादून व हरिद्वार में सप्लाई करना था। आरोपितों ने बताया कि चरस बेचकर उन्होंने कार खरीदी थी। उनसे चरस बेचकर कमाए 25370 रुपये भी बरामद किए गए।

About Author