देहरादून: उत्तराखंड के जिस गुलाबी शरारा गीत ने देश और दुनिया में धूम मचाई, उसे यूट्यूब ने डिलीट कर दिया है। इंदर आर्य के इस गीत को यूट्यूब पर 140 मिलियन व्यूज मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई। आरोप है कि एक पुराने पहाड़ी गाने से धुन मिलने पर यूट्यूब ने यह कार्रवाई की। गुलाबी शरारा देश और दुनिया के लोगों की जुबान पर इस कदर चढ़ चुका था कि इस गाने पर दुनियाभर में मिलियंस में रील भी बनाई जा चुकी हैं। उत्तराखंडी गाने को मिली इस अभूतपूर्व सफलता के बाद गुलाबी शरारा को डिलीट किए जाने से गायक इंदर आर्य काफी व्यथित हैं। इंदर आर्य का कहना है कि पहाड़ी गानों की धुन एक दूसरे से मिलती हैं। यहां धुनें भी बहुत कम बनी हैं। यदि गाने को लेकर कोई आपत्ति थी तो पहले से जता दी जानी चाहिए थी। इतनी सफलता के बाद यह कृत्य गीत में काम करने वाले तमाम कलाकारों को हतोत्साहित करने वाला है।

गुलाबी शरारा को यूट्यूब से हटा दिए जाने के बाद गायक इंदर आर्य की व्यथित टिप्पणी भी सामने आई है। उनका कहना है कि यह उनका व्यक्तिगत गाना नहीं था। उन्हें बतौर कलाकार 04-05 ही साल हुए हैं, लेकिन इसमें काम करने वाले तमाम कलाकार 20 से 25 साल पुराने हैं। युवा कलाकार इंदर आर्य के यूट्यूब पर 20 मिलियन फॉलोवर हैं। उन्हें यूट्यूब का गोल्डन बटन भी मिला है। इस मामले में वह सर्वाधिक फॉलोवर में उत्तराखंड के पहले कलाकार हैं। गुलाबी शरारा को यूट्यूब से डिलीट किए जाने के बाद इसे पसंद करने वाले लाखों लोग भी हतप्रभ हैं। यूट्यूब के ओरिजिनल वर्जन को भले ही यूट्यूब ने डिलीट कर दिया है, लेकिन यह अभी भी अलग-अलग चैनल में पायरेटेड वर्जन में उपलब्ध है। इसे अलग-अलग यूट्यूब चैनल अपने अकाउंट से चला रहे हैं।
किसने मांगे इंदर से पैसे?

गुलाबी शरारा को यूट्यूब से डिलीट किए जाने के बाद इंदर आर्य की एक ऑडियो क्लिप सामने आई है। जिसमें वह किसी से बात करते हुए कह रहे हैं कि जो भी किया गलत किया। किसने किया पता नहीं। कोई चैनल वाला है….उन्होंने कहा पैसो दो…कोई गवाल/गढ़वाल/बडवाल है, पता नहीं। इस समय वह बाहर है इंडिया से। उसकी ड्यूटी लगी है अभी बाहर। वहीं, एक अन्य क्लिप में इंदर आर्य यह कहते हुए भी पाए जा रहे हैं कि पहले किसी ने कहा कि उसका भी नाम डालो। तब उसका नाम निर्देशक में डाला। फिर दोबारा वही बातें होने लगी, पैसे मांगे जाने लगे और अब यह सब कर दिया गया।

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