देहरादून: 26 जनवरी को एसडीआरएफ का जवान दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट अकोंकागुआ को फतह करेगा। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने एसडीआरएफ के जवान राजेंद्र नाथ को पुलिस प्रतीक चिन्ह देकर रवाना किया। डीजीपी ने बताया कि पर्वतारोहण एक साहसिक खेल है और एसडीआरएफ के प्रत्येक सदस्य के लिए ऐसे साहसिक खेलों का विशेष महत्व है। इसलिए समय समय पर ऐसे साहसिक खेलों में प्रतिभाग करने के लिए कर्मियों को प्रोत्साहित किया जाता है।
फ्लैग आफ सेरेमनी के दौरान मौजूद पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफरिधिम अग्रवाल व कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने भी राजेंद्र नाथ को शुभकामनाएं दीं। बताया कि एडीआरएफ सतोपंथ, भागीरथी, त्रिशूल व एवरेस्ट का सफल आरोहण कर चुकी है। इन पर्वतारोहण अभियानों के माध्यम से मिले कौशल से एसडीआरएफ की ओर से ग्लेशियरों व ट्रेक रूटों में फंसे देश-विदेश के अनेक पर्वतारोहियों, ट्रैकरों और पर्यटकों को सकुशल रेस्क्यू किया गया है।
कमाडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि मुख्य आरक्षी राजेंद्र नाथ एसडीआरएफ की उच्च चोटी रेस्क्यू टीम का एक अभिन्न अंग है। राजेन्द्र नाथ पूर्व में भी चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), डीकेडी-2 (5670 मीटर), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर), माउंट गंगोत्री प्रथम (6672 मीटर), माउंट श्रीकंठ (6133 मीटर), माउंट बलज्यूरी (5922 मीटर), माउंट बंदरपूंछ (5500 मीटर), यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुश(5642 मीटर), अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) का सफलतापूर्वक आरोहण किया गया है।
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