देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए साइबर ठग हरजिंदर सिंह व संदीप थाईलैंड उधमसिंहनगर के गांव दिनेशपुर के रहने वाले हैं। वह म्यामांर बैठे साइबर ठगों को खातों के दस्तावेज उपलब्ध कराते थे।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि थाईलैंड से डिपोर्ट करके 22 पीड़ितों को उत्तराखंड लाया गया था। जिनमें से 15 कुमाऊं व 7 गढ़वाल के थे। इनसे पूछताछ की गई तो पीड़ितों ने बताया कि उधमसिंहनगर नगर के दो लोग जरूरतमंदों को लालच देकर उनके खाते खोलते हैं और खाते की चेकबुक, एटीएम व अन्य जानकारी थाईलैंड भेजते हैं। इन्ही खातों में ठगी की रकम आती है। जांच के बाद एसटीएफ की टीम ने दोनों साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ठगों के खातों की जांच की गई तो पता चला कि खाते खुलवाकर दोनों ने एक साल में 1.20 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा कमाया है।
पूछताछ के दौरान संदीप व हरजिन्दर ने बताया कि दोनों दोस्त हैं। टेलीग्राम के माध्यम से साइबर अपराधियों के सम्पर्क में आये, तथा बताये गये प्लान के अनुसार उन्होंने लोगों को झांसे तथा विभिन्न प्रकार से प्रलोभनों में लेकर फर्मों के नाम से कई बैंको में करेण्ट अकाउण्टस खुलवाये। अकाउण्ड खुलवाने के पश्चात ये अकाउण्ड से सम्बन्धित चैक बुक, पासबुक, इण्टरनेट बैकिंग के यूजर-पासर्वड, डेबिड कार्ड व बैंक अकाउण्ड लिंक ओ.टी.पी. मोबाईल नम्बर अपने पास रख लेते थे तथा टेलीग्राम से संचालित साइबर अपराधियो को एक X HELPER APP के माध्यम से अकाउण्ड लिंक किये जाते थे तथा MESSAGE FORWARD APP के जरिये ओ.टी.पी. नम्बर लिंक कर दिये जाते थे। उसके पश्चात ये सभी अकाउण्ड पूरे भारत वर्ष के अतिरिक्त अन्य देशो में भी विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों में ट्राइजेक्शन के लिए प्रयुक्त किये जा रहे थे। प्रत्येक अकाउण्ड में ट्रांजेक्शन हुई रकम का एक प्रतिशत के हिसाब से इन दोनों को क्रिप्टो करेन्सी के माध्यम से Trust wallet में USDT (क्रिप्टो करेन्सी) में भुगतान मिलता था जिसको ये दोबारा टेलीग्राम चेनल के माध्यम से साइबर ठगों को कम दामों पर बेचकर भारतीय मुद्रा में धनराशि प्राप्त कर लेते थे।
प्राप्त धनराशि को इनके द्वारा पहले से बनाये गये विभिन्न खातो में प्राप्त किया जाता था, जिन्हे ए.टी.एम. से कैश विड्रोल कर लेते थे। पूछताछ में इन्होने यह भी बताया कि अब तक पिछले एक वर्ष में ही प्रोफिट के रूप में लगभग इन्होनें 01 करोड़ 20 लाख की धनराशि प्राप्त की है, जिसमें से लगभग 25 लाख मार्च माह में ही प्राप्त हुए है। पकड़े जाने के दौरान अभियुक्त संदीप सिंह और हरजिन्दर सिंह के मोबाईल के डिजीटल वॉलेट में लाखों रूपये की किप्टोकरेन्सी की पायी गयी है।
कार्यवाही में सम्मलित एस.टी.एफ. टीम
– निरीक्षक श्री एन.के भट्ट – निरीक्षक श्री देवेन्द्र नबियाल
– निरीक्षक श्री विपिन बहुगुणा
– अपर उ.नि. मुकेश चन्द्र
– अपर उ.नि. देवेन्द्र भारती 3 हे.का. संदेश
– हे.का. देवेन्द्र मंमगाई 4 का. कादर खान
– हे.का. प्रमोद पंवार 5 का. सौरभ
– हे.का. रवि पंत
– का. अंकित
– का. दीपक चंदोला
– का शैलेष भट्ट
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