देहरादून: प्रेमनगर क्षेत्र में रेस्टोरेंट की आड़ में विभिन्न कालेजों के छात्रों को कोकीन व एलएसडी जैसे हाई प्रोफाइल नशा तस्करी करने वाले तीन तस्करों को राजपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है।जांच में पता चला कि नशे की तस्करी कुछ माह पहले जेल से छूटे शिवम गुप्ता ने कराई थी। अब पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि थानाध्यक्ष पीडी भट्ट को सूचना मिली थी कि नशा तस्करी में लिप्त कुछ तस्कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से नशे तस्करी के लिए देहरादून में आ रहे हैं।

सूचना पर राजपुर पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाते हुए काठबंगला पुल के पास से स्कूटी सवार एक व्यक्ति को चेकिंग के लिए रोका। तलाशी में आरोपित कुशाग्र गुप्ता उर्फ कुश निवासी शक्ति विहार माजरा पटेल नगर के कब्जे से 20 ग्राम कोकीन व एलएसडी बरामद हुई। आरोपित के विरुद्ध थाना राजपुर में मुकदमा दर्ज किया गया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि यह नशा वह विशाल क्षेत्री निवासी निवासी फातिमा हाउस नियर मुस्कान होटल हरिद्वार बायपास रोड, देहरादून और मिथिलेश श्रीवास्तव निवासी मदनी कालोनी निकट मुस्कान होटल हरिद्वार बायपास रोड से लाया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को सीएसआई तिराहा, ओल्ड मसूरी रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपित कुशाग्र गुप्ता ने बताया गया कि वह कंडोली में किराए पर रेस्टोरेंट व कैफे लिया हुआ है। नशा तस्करी में होने वाले मोटे मुनाफे के लालच में वह शिवम गुप्ता नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों व नशे के आदी व्यक्तियों को नशा सप्लाई करने लगा। शिवम गुप्ता की ओर से नशे की डिलीवरी स्वयं न करते हुए अपने गुर्गों के माध्यम से कराई जाती है।
वहीं विशाल क्षेत्री व मिथिलेश ने बताया कि वह दोनों शिवम गुप्ता उर्फ साहिल उर्फ मोहित उर्फ लकी के लिए काम करते हैं। शिवम गुप्ता लगातार अपने नाम बदलता रहता है। वह शिवम गुप्ता के कहने पर ग्राहकों को नशे की सप्लाई करते हैं और ग्राहकों से पेमेंट नकद या गूगल पे के माध्यम से प्राप्त करते हैं। अपना कमिशन लेने के बाद वह बाकी रकम शिवम गुप्ता को भेजते हैं। शिवम गुप्ता यह कोकीन, एलएसडी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से खरीदकर लाता है।
शिवम गुप्ता को पिटएनडीपीएस में भेजा था जेल
एसएसपी ने बताया कि शिवम गुप्ता बड़ा नशा तस्कर है, जिसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। शिवम गुप्ता की संपत्ति अटैच की जा चुकी है जबकि जबकि उसे पिटएनडीपीएस एक्ट के तहत जेल भेजा गया था। उन्होंने बताया कि पिटएनडीपीएस एक्ट उन गंभीर नशे का कारोबार करने वाले अपराधियों पर लगाया जाता है जो लगातार उस अपराध में शामिल पाए जाते हैं। यह कार्रवाई शासन की ओर से की जाती है। यह उन अपराधियों के खिलाफ लगाया जाता है जिनका जेल में बंद किया जाना बेहद जरूरी हो जाता है। यह एक्ट लगने के बाद अपराधी की जमानत नहीं होती। शिवम चार माह पहले ही जेल से छूटा था, जिसके बाद वह दोबारा नशे की सप्लाई में लग गया।
More Stories
झाड़फूंक वालों की बातों में आकर मां ने 07 माह की बीमार बच्ची को टंकी में डुबोकर मार डाला
डंपर बना काल, लच्छीवाला टोल प्लाजा पर 03 कारों को मारी टक्कर, 02 की मौत की सूचना
उधमसिंहनगर पुलिस की नशा तस्करों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, चरस की खेप के साथ तस्कर गिरफ्तार