देहरादून: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत काउंसिल आफ साइंटिफिक इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआइआर) की ओर से आयोजित सेक्शन आफिसर (एसओ) व असिस्टेंट सेक्शन आफिसर (एएसओ) की आनलाइन भर्ती परीक्षा में देहरादून के दो केंद्रों पर अभ्यर्थियों को नकल कराने के मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के मुख्य सरगना समेत दो आरोपित अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने दोनों परीक्षा केंद्रों से सीपीयू, लैपटाप, मानिटर व अन्य इलेक्ट्रानिक साक्ष्य कब्जे में ले लिए हैं।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सीएसआइआर की ओर से आयोजित एसओ व एएसओ की आनलाइन परीक्षा में परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों को नकल कराने की सूचना पर पुलिस ने गुरुवार को सहस्रधारा रोड पर आइटी पार्क स्थित पशुपति कंसलटेंसी एंड साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड व डोईवाला स्थित दून घाटी इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल एजूकेशन सेंटर पर छापा मारा था। दोनों परीक्षा केंद्रों पर संचालकों की ओर से सर्वर रूम से रिमोट एक्सेस लेकर परीक्षा सिस्टम को हैक किया गया था। मुख्य लैब के सर्वर रूम से अलग कमरे में चोरी से लीज लाइनें जोड़ी हुई मिली। यह लीज लाइन नकल माफिया ने केंद्र संचालकों से मिलीभगत कर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को नकल कराने के लिए जोड़ी थी। लीज लाइनों के माध्यम से आनलाइन परीक्षा का एक्सेस प्राप्त किया गया था और प्रश्नों को हल कर उनके उत्तर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराए जा रहे थे।
मामले में पशुपति कंसलटेंसी एंड साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड से सेंटर इंचार्ज अंकित धीमान निवासी जीवना थाना-मंसूरपुर जिला मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) वर्तमान निवासी सिद्धपुरम कालोनी हर्रावाला डोईवाला और परीक्षा संचालक संदीप निवासी ग्राम सोहजनी थाना-जानसठ जिला मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया गया। वहीं, डोईवाला स्थित दून घाटी इंस्टीट्यूट आफ प्रोफेशनल एजूकेशन सेंटर के इंचार्ज आशीष बहुगुणा निवासी पाम सिटी पटेलनगर देहरादून और सिस्टम की देखरेख करने वाले अर्जुन उर्फ मोनू निवासी ग्राम भवार जिला सोनीपत (हरियाणा) को गिरफ्तार किया गया। मुख्य सरगना हरियाणा के रहने वाले मोहित और दीपक अभी फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। आरोपित अंकित धीमान के विरुद्ध पूर्व में भी भर्ती परीक्षाओं में नकल कराने के मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच थाने में मुकदमा दर्ज है। दिल्ली पुलिस भी उसकी तलाश कर रही थी।
मोहित व दीपक कराते थे सिस्टम को हैक
गिरफ्तार अंकित धीमान ने पुलिस को बताया कि वह मोहित व दीपक के साथ सेंटर को चलाता था। दोनों ही अभ्यर्थियों से रुपये लेकर सिस्टम को हैक कराकर किसी तीसरे व्यक्ति से पेपर हल कराते थे। दोनों आइटी एक्सपर्ट हैं और कंप्यूटर को हैक करने के लिए एनी डेस्क एप व अन्य एप का प्रयोग करते हैं। इसके लिए वह परीक्षा केंद्र के सर्वर रूम से एक लेन केबल के माध्यम से लैपटाप व सिस्टम को जोड़ते थे। जिस अभ्यर्थी से आरोपितों ने रुपये लिए हुए थे, उनके सिस्टम का एक्सेस लेकर पेपर हल कराया जाता था।
परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों से दीपक करता था संपर्क
एसएसपी ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया है कि परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों से संपर्क करने का जिम्मा दीपक के पास था। दीपक ही अभ्यर्थियों से संपर्क कर उन्हें परीक्षा केंद्रों के संबंध में बताता था। फिर परीक्षा के दौरान कंप्यूटर को हैक करने व अभ्यर्थियों से रुपये लेने की पूरी जिम्मेदारी मोहित की थी। बुधवार को भी उन्होंने एक महिला अभ्यर्थी काे नकल कराई थी। गुरुवार को दो अभ्यर्थियों को नकल कराई जा रही थी।
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