उधमसिंहनगर: जसपुर में नाबालिग की हत्या के बाद उसकी ब्लेड से काटकर नृशंस हत्या के आरोपी को उधमपुरसिंहनगर पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने बचने का पूरा प्रयास किया लेकिन एसएसपी मणिकान्त मिश्रा के कुशल नेतृत्व और पुलिस की पारखी नज़र से नहीं बच सका।
कोतवाली जसपुर क्षेत्र में 16 सितंबर 2025 को हुई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे गाँव व आसपास के क्षेत्र को हिला दिया। गाँव की एक नाबालिग किशोरी शाम के समय पशुओं के लिए गन्ने का छिलका लेने घर से निकली थी। लेकिन इसी दौरान गाँव का ही आरोपी राजीव किशोरी पर नज़र रखे हुए था। मौका पाकर आरोपी किशोरी के पीछे-पीछे खेत तक गया और उसे जबरन अंदर खींच ले गया। आरोपी ने पहले किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। किशोरी ने विरोध किया तो उसने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उसका हाथ तोड़ दिया, गला दबाकर बेहोश किया और फिर ब्लेड से चेहरे व पेट पर कई वार कर उसकी हत्या कर दी। मृतका का शव घर से 150 मीटर दूर गन्ने के खेत में बरामद हुआ। मासूम बच्ची की निर्मम हत्या से गांव में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग की।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकान्त मिश्रा ने तत्काल संज्ञान लिया और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने वारदात का जल्द से जल्द अनावरण करने के लिए 10 पुलिस टीमों का गठन किया और साफ निर्देश दिए कि अपराधी किसी भी हाल में बच न पाए। पुलिस अधीक्षक अपराध निहारिका तोमर, पुलिस अधीक्षक काशीपुर अभय प्रताप सिंह तथा पुलिस उपाधीक्षक काशीपुर दीपक सिंह के नेतृत्व में गठित टीमों ने फोरेंसिक विशेषज्ञों, मोबाइल फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड की मदद से साक्ष्य जुटाए।
डॉग स्क्वॉड का “ डॉग टाइगर ” घटनास्थल से सीधे मृतका के घर पहुँचा और उसके बाद आरोपी के घर जाकर उसके कपड़ों को सूंघकर (पहचान कर) इंडिकेट किया। यह सुराग जांच में निर्णायक साबित हुआ।आरोपी ने अपने दोस्तों व परिवार वालों को बताया था कि पास वाले गन्ने के खेत से बच्चे के रोने की आवाज आ रही है, परन्तु घटनास्थल की दूरी लगभग 150 मीटर गन्ने के खेत में थी, जहाँ से आवाज का आना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं था।
पुलिस ने गाँव में डोर-टू-डोर पूछताछ की। उन युवकों की लिस्ट तैयार की गई जो पहले आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे थे या थाने में लाए गए थे। बाहरी लोगों की गतिविधियों पर भी नज़र डाली गई। इसी दौरान राजीव पर पुलिस का शक गहराया। उसका व्यवहार और बयान बदलते रहना संदेहास्पद लगा। जब आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पहले वह बचने की कोशिश करता रहा, लेकिन साक्ष्यों और प्रत्यक्ष प्रमाणों के सामने टूट गया और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
आरोपी ने कबूल किया कि बच्ची को खेत में अकेला पाकर उसने दुष्कर्म किया और पहचान उजागर होने के डर से हत्या कर दी। इतना ही नहीं, घटना के बाद आरोपी गाँव में लोगों को भड़काने और मामले को दूसरी दिशा देने की भी कोशिश करता रहा। आरोपी राजीव की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल व उसके घर से महत्वपूर्ण साक्ष्य खून से सना धारदार ब्लेड, घटना के समय पहने खून से सने कपड़े, गन्ने के खेत से बरामद अन्य फोरेंसिक साक्ष्य बरामद किए। एसएसपी ने बताया कि आरोपी राजीव के खिलाफ पूर्व में भी कोतवाली जसपुर में मुकदमा दर्ज है। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने अपने आप को घायल दिखाकर दूसरों को फंसाने की कोशिश की थी। इस मामले ने पुलिस की सतर्कता और अपराधियों की पहचान करने की क्षमता को उजागर किया।
पुलिस की इस कार्रवाई ने जहाँ मृतका के परिजनों को न्याय की उम्मीद दिलाई है, वहीं ग्रामीणों के बीच पुलिस की साख और विश्वास और भी मजबूत हुआ है। यह मामला पुलिस की सजगता, संवेदनशीलता और अपराध के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति का सशक्त उदाहरण है। चौकी इंचार्ज धर्मपुर उपनिरीक्षक केसी आर्य ने बारीकी से सुराग खंगाले और गहनता से पूछताछ करते हुए साक्ष्यों का इस्तेमाल किया। इन्हीं प्रयासों के परिणामस्वरूप मात्र 12 घंटों के भीतर ही शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।तेज़तर्रार कार्रवाई से न केवल वारदात का खुलासा हुआ बल्कि पुलिस की पैनी नज़र और त्वरित कार्यप्रणाली का भी सशक्त उदाहरण प्रस्तुत हुआ।
*पुलिस टीम*
क्षेत्राधिकारी काशीपुर दीपक सिंह
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली जसपुर राजेन्द्र सिंह डांगी
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कुण्डा रवि सैनी मय पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली काशीपुर हरेन्द्र चौधरी मय पुलिस टीम
एसओजी रुद्रपुर प्रभारी निरीक्षक संजय पाठक मय पुलिस टीम
थाना प्रभारी आईटीआई कुन्दन सिंह रौतेला मय पुलिस टीम
थाना प्रभारी पुलभट्टा प्रदीप कुमार मिश्रा मय पुलिस टीम
थाना प्रभारी दिनेशपुर रविन्द्र बिष्ट मय पुलिस टीम , फोरेंसिक फील्ड यूनिट रुद्रपुर प्रभारी सत्यप्रकाश रायपा मय टीम साथ ही विवेचक महिला उ0नि0 रुचिका चौहान व अन्य पुलिसकर्मी ने अहम भूमिका निभाई।

More Stories
परिजनों की उम्मीद बनी दून पुलिस, महज 24 घंटे में ढूंढ निकाला लापता बेटा
शराब में धुत बाराती पहुंचे थाने, पुलिस बनी ‘घोड़ी’ की सवारी
यू-ट्यूब पर वीडियो देख बना स्नैचर, राह चलती महिला के गले से खींची सोने की चेन