पौड़ी: पौड़ी जिले में स्कूलों की स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है। अध्यापक या तो मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं या फिर समय से पहले स्कूल पर ताला जड़कर इधर-उधर चलते हैं। शनिवार को जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा ने थलीसैंण ब्लाक के राजकीय कन्या उच्चतर प्राथमिक विद्यालय का…
dhan singh rawat
पौड़ी : पीपीपी मोड में संचालित हो रहे जिला चिकित्सालय पौड़ी में सेवारत डाक्टरों और पीजी संचालक के बीच हुए विवाद…
देहरादून: कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब शिक्षामंत्री धन सिंह रावत पर तंज कसा है। फेसबुक वाल पर उन्होंने लिखा है कि डाॅ. धन सिंह रावत का कोई काम शाबाशी के लायक मुझे दिखाई नहीं देता है। हां पहाड़ों…
देहरादून: हाईकोर्ट ने प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद के अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी। वरिष्ठ न्यायमूर्ति…
देहरादून: उत्तराखंड में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों में इस बार गढ़वाल मंडल का दबदबा रहा। पंचायत पुरस्कारों की चारों श्रेणी…
कोटद्वार: थोड़े देर ही सही लेकिन ग्रामीण धीरे-धीरे अपनी माटी से एक बार फिर से जुड़ने लगे हैं। शहरों की फीकी चकाचौंद से थक हाकर कर लोग अपने गांवों की तरफ कदम रख रहे हैं, जोकि आने वाले समय के लिए शुभ संकेत माने जा रहे हैं। पौड़ी गढ़वाल में पड़ती विधानसभा चौबट्टाखाल के अंतर्गत बंद पड़े प्राथमिक स्कूल में एक बार फिर रौनक लौटी है।यहां ग्रामीणों ने अपने स्तर पर काम करते हुए स्कूल में 50 छात्रों का दाखिला करवाया है।दरअसल प्राथमिक स्कूल सेडियाखाल को सरकार ने 2017-18 में बंद कर दिया था। स्कूल बंद करने का कारण छात्र न होने थे। अब एक बार फिर ग्रामीणों ने अपने स्तर पर स्कूल में 50 बच्चों का दाखिला करवाया है। इसका एक कारण रिवर्स पलायन भी माना जा रहा है। ढोल दमाऊं की थाप पर…
हरिद्वार: कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से हरिद्वार में करीब 125 लोग बीमार हो गए।…
देहरादून: कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ऐसे ही नौकरशाहों पर शिकंजा कसने की वकालत नहीं कर रहे। न सिर्फ नौकरशाहों बल्कि उनकी पत्नियों पर भी शिकंजा कसने की जरूरत है। बृहस्पतिवार को राजधानी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक आईएएस की पत्नी ने दून मेडिकल कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर की घर पर बुलाकर न सिर्फ बेइज्जती की बल्कि नौकरशाही की हनक दिखाकर उसका कुछ ही घंटों में अल्मोड़ा ट्रांसफर भी करवा दिया। सिस्टम से नाराज डॉक्टर ने शाम पांच बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। घटना 31 मार्च की है।…
देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया है। धामी ने…
देहरादून: भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार के बाद अब सवाल यह उठने लगा है कि उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। विधायकों में से कैबिनेट मंत्री व पार्टी के वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज का नाम मुख्यमंत्री का नाम सबसे आगे चल रहा है। वहीं श्रीनगर सीट से दूसरी बार चुनाव जीते धन सिंह रावत भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी पार्टी के रूप देख रही है। वहीं गैर विधायकों में सांसद अनिल बलूनी का नाम भी खूब चर्चाओं में है। बलूनी केंद्रीय संगठन से जुड़े हैं और केंद्र में उनकी अच्छी पकड़ है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह उन्हें उत्तराखंड की सत्ता की चाबी थमा सकते हैं। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मुख्यमंत्री की दौड़ में कहीं पीछे नहीं है। इसका बड़ा कारण यह भी है कि…
