देहरादून: घर से नाराज होकर तीन किशोरी अकेली ही वृंदावन के लिए निकल पड़ी। घबराए परिजनों ने बेटियों की गुमशुदगी सेलाकुई थाने में दर्ज कराई। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने घटना को गंभीरता से लेते हुए दिन रात मेहनत कर तीनों बेटियों को 12 घन्टे के अंदर ही दिल्ली एनसीआर से बरामद कर लिया।
थाना सेलाकुई क्षेत्र अंतर्गत निवासी एक महिला ने थाना सेलाकुई में एक प्रार्थना पत्र दिया कि उनकी नाबालिग पुत्री अपनी अन्य दो सहेलियों के साथ घर से बिना बताये कहीं चली गई है। काफी खोजबीन करने के बाद भी नहीं मिल रही है। प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना सेलाकुई पर तत्काल अभियोग पंजीकृत किया गया।
प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए नाबालिगों की सकुशल बरामदगी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह ने थानाध्यक्ष सेलाकुई पीडी भट्ट को आवश्यक निर्देश दिये। जिसके अनुपालन में पुलिस टीम ने घटना स्थल के आस-पास तथा आने जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की सहायता से आवश्यक जानकारियां एकत्रित की गई। साथ ही मैनुवल पुलिसिंग के अन्तर्गत मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। इसके अतिरिक्त सर्विलांस तथा सोशल मीडिया मानिटरिंग की सहायता से भी आवश्यक जानकारियां एकत्रित की गई। पुलिस टीम की ओर से किये जा रहे प्रयासों के परिणाम स्वरूप मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार को उक्त तीनों नाबालिग लड़कियों को आनंद विहार दिल्ली क्षेत्र से सकुशल बरामद किया गया।
पूछताछ में किशोरी ने बताया कि घर वालों से किसी बात पर नाराजगी के चलते वह अपनी दो अन्य सहेलियो के साथ दिल्ली गयी थी। जहां से उन तीनो की योजना वृदांवन जाने की थी। इससे पुलिस टीम ने उन्हें बरामद कर लिया। नाबालिग बालिकाओं की सकुशल बरामदगी पर उनके परिजनों ने उत्तराखण्ड पुलिस की कार्यप्रणाली की प्रशंसा करते हुए दून पुलिस का आभार व्यक्त किया गया।

More Stories
परिजनों की उम्मीद बनी दून पुलिस, महज 24 घंटे में ढूंढ निकाला लापता बेटा
शराब में धुत बाराती पहुंचे थाने, पुलिस बनी ‘घोड़ी’ की सवारी
यू-ट्यूब पर वीडियो देख बना स्नैचर, राह चलती महिला के गले से खींची सोने की चेन