देहरादून: सरकारी अस्पताल प्रेमनगर में कांट्रेक्ट पर तैनात एंबुलेंस चालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट में कई माह से वेतन न मिलने के साथ ही अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है।वहीं किराया न मिलने पर मकान मालिक की ओर से कमरा खाली करने का दबाव बनाया जा रहा था।
मंगलवार देर शाम थाना प्रेमनगर में सूचना मिली कि सरकारी अस्पताल प्रेमनगर की आवासीय बिल्डिंग में एक व्यक्ति ने कमरे में फांसी लगा ली है। पुलिस ने व्यक्ति को नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान यशवंत सिंह गुसांई निवासी ग्राम रखूण, पोस्ट आफिस महेशगाव पौड़ी गढ़वाल हाल निवासी सरकारी अस्पताल प्रेमनगर के रूप में हुई। यशवंत प्रेमनगर अस्पताल में एंबुलेंस के चालक थे।
पुलिस ने बताया कि मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें प्रेमनगर सरकारी अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। सुसाइड नोट में कई माह से वेतन न मिलने और आवास के किराया भुगतान का दबाव बनाने से परेशान होने की बात लिखी है। मृतक के परिचितों ने भी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जताते हुए उत्पीड़न का आरोप लगाया।
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