December 6, 2024

GarhNews

Leading News Portal of Garhwal Uttarakhand

सीएम को लेकर सस्पेंस बरकार, धामी व कौशिक दिल्ली रवाना, नामों की फेहरिस्त हुई लंबी

Spread the love

देहरादून: मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बने सस्पेंस के बीच केंद्रीय नेतृत्व ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक अचानक दिल्ली बुला दिया है। दिल्ली में पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक में दोनों नेताओं के शामिल होने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में दोनों नेताओं से मुख्यमंत्री के चेहरे और मंत्रिमंडल के गठन को लेकर चर्चा हो सकती है।दूसरी ओर भाजपा नई सरकार के शपथग्रहण समारोह की तैयारी में जुट गई है, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। सीएम पद के लिए हो रही कश्मकश के बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी दिल्ली पहुंचे। उनकी वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की चर्चा है। त्रिवेंद्र की इस मुलाकात के सियासी मायने टटोले जा रहे हैं। इधर, केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर पार्टी शपथग्रहण समारोह की तैयारी में जुट गई है। आयोजन स्थल और उसमें बुलाये जाने वाले अतिथियों के नामों पर भी रायशुमारी हो गई है। लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि भाजपा उत्तराखंड राज्य की बागडोर किसके हाथों में सौंपने जा रही है। पहले पार्टी की ओर से यह संकेत दिए गए थे कि विधायक मंडल दल की बैठक रविवार की शाम होगी। लेकिन अब पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने संकेत दिए कि यह बैठक सोमवार या मंगलवार को हो सकती है। यानी बैठक होने तक यह रहस्य बना रहेगा कि पार्टी किस नेता के शपथग्रहण की तैयारी कर रही है?

चेहरे पर सस्पेंस बरकरार, नामों की लंबी सूचीमुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बरकरार है। चर्चाओं में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सबसे आगे हैं। उनके अलावा विधायकों में कद्दावार नेता सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत और ऋतु खंडूड़ी के नाम की भी चर्चा है। एक नाम लैंसडौन के विधायक दिलीप सिंह रावत का भी चर्चाओं में शामिल हुआ है। गैर विधायकों में सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट और सांसद अनिल बलूनी के नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है। लेकिन पार्टी नेताओं का मानना है कि केंद्रीय नेतृत्व सीएम पद के लिए कौन सा नाम सामने ले आए, इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है।

About Author