देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को कोई शरणगाह न समझे। यह किसी की शरणस्थली नहीं है। कई बार देखने में आया है कि बाहर से आकर लोग यहां कई तरह की गतिविधियों को अंजाम देते है। इसी तरह के तत्वों का पता लगाने के लिए सत्यापन अभियान शुरू किया गया है। कहा कि राज्य के सभी नागरिकों के लिए सामान नागरिक संहिता को भी जल्द लागू किया जाएगा।
गुरुवार को प्रदेश में सत्यापन अभियान शुरू करने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड शांत प्रदेश है। यह भौगोलिक, सामरिक, धार्मिक या आध्यात्मिक व सांस्कृतिक दृष्टि से विशिष्टता लिया हुआ प्रदेश है। यहां की विशिष्टता बनी रहनी चाहिए, शांति बनी रहनी चाहिए। यह देखने में आया है कि यहां का जनसंख्या घनत्व बढ़ रहा है। अनावश्यक रूप से गतिविधियां बढ़ रही हैं। कई बार बाद में पता चलता है कि ऐसी गतिविधियों को अंजाम देने वाला राज्य के बाहर से आया है और पहले भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है।
उन्होंने कहा कि कोई भी उत्तराखंड को शरणगाह न समझे। यह शरणास्थली नहीं है। यह अपराधियों के आराम करने का स्थल नहीं कि कुछ दिन बिताकर चले गए। इसीलिए यह सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देश पर गुरुवार से सत्यापन अभियान शुरू हो गया। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि यह अभियान घर-घर चलाया जाएगा। ठेली-रेहड़ी वाले व बाहर से आने वाले मजदूरों व कार्मिकों का भी सत्यापन किया जाएगा।
More Stories
घूसखोर परिवहन सहायक निरीक्षक चढ़ा विजिलेंस के हत्थे, ट्रक चालक से मांग रहा था 10 हजार रुपये रिश्वत
जीवन रक्षा अस्पताल में मरीजों की जिंदगी से किया जा रहा था खिलवाड़, DM ने लगवाए ताले
दून की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी की विदेशी छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास का आरोपी गिरफ्तार