देहरादून: उत्तराखंड पुलिस में तैनात दारोगा की बेटी की हत्या के मामले में नई बात सामने आई है। युवती घर से दोस्त के बर्थडे में जाने की बात कहकर निकली थी। सोमवार सुबह उसका रायवाला में हाईवे किनारे मिला। आरती की हत्या करने के बाद उसका दोस्त भी चीला नहर में कूद गया। युवती का शव पुलिस ने रायवाला के निकट तीन पुलिया के पास से बरामद किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने घटनास्थल का दौरा कर मामले की जांच की। अभी तक हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं लग पाया है।
सोमवार सुबह हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर रायवाला के निकट तीन पुलिया के पास से एक युवती का शव पड़ा हुआ मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पाया कि युवती की गला काटकर हत्या की गई थी। मृतक युवती की पहचान 20 बीघा बापू ग्राम ऋषिकेश निवासी आरती उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई है। युवती के पिता शिव प्रसाद डबराल देहरादून जिले के शहर कोतवाली में उप निरीक्षक पद पर तैनात हैं।
पुलिस के अनुसार आरती रविवार की शाम आरती घर पर यह कहकर गई थी, कि वह अपने दोस्त शैलेंद्र भट्ट निवासी हिंडोलाखाल टिहरी गढ़वाल वर्तमान निवासी बसंत कालोनी, श्यामपुर के जन्मदिन पर उसके घर जा रही है। इसके बाद देर रात तक घर नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया। परिजनों ने इस संबंध में पुलिस को मौखिक सूचना दी। सोमवार सुबह उसका शव रायवाला के निकट से बरामद हुआ। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और शैलेंद्र की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह भी घर से गायब था और उसकी बहन ने ऋषिकेश कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने शैलेंद्र के दोस्तों से पूछताछ शुरू की तो पता चला कि शैलेंद्र ने रात साढ़े नौ बजे चीला शक्तिनहर में छलांग दी है। उसकी तलाश में दिनभर एसडीआरएफ व गोताखोरों की टीम जुटी रही लेकिन कोई पता नहीं लग पाया।
पहले युवती की हत्या की इसके बाद खुद लगा दी छलांग
पुलिस जांच में अब तक सामने आया है कि आरती व शैलेंद्र स्कूटी से रायवाला तक पहुंचे। आशंका जताई जा रही है कि उसने रात करीब साढ़े आठ बजे आरती की हत्या कर दी। इसके बाद उसने अपने दोस्त के साथ शराब पी और स्कूटी से अपने दोस्त को घर भेज दिया। बताया जा रहा है कि आरती की हत्या के बारे में शैलेंद्र ने अपने दोस्त को बताया था। इसके बाद शैलेंद्र ई-रिक्शा से चीला नहर तक पहुंचा और रात करीब साढ़े नौ बजे नहर में छलांग लगा दी। नहर में छलांग लगाने से पहले शैलेंद्र ने इसकी सूचना भी अपने दोस्त को दे दी थी। अब तक हुई जांच में हत्या के कारणों का पता नहीं लग पाया है।
छह वर्षों से एक दूसरे को जानते थे आरती व शैलेंद्र
पूछताछ में शैलेंद्र भट्ट की बहन ने पुलिस को बताया कि शैलेंद्र व आरती छह वर्ष से एक दूसरे को जानते थे। आरती डबराल स्नातक में गोल्ड मेडलिस्ट भी थी। ऋषिकेश डिग्री कालेज से वह स्नातकोत्तर कर रही थी और निजी स्कूल में पढ़ाती थी जबकि शैलेंद्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। जांच में यह बात सामने आई है कि दो दिन पहले ही शैलेंद्र बाजार से चाकू खरीदकर लाया था। रविवार की रात उसने पहले चाकू से आरती की हत्या की और चाकू वहीं फेंक दिया। पुलिस ने घटनास्थल से चाकू बरामद कर लिया गया है।
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