देहरादून: केदारघाटी आपदा में टीम के साथ मिलकर हजारों यात्रियों की जान बचाने वाले जांबाज अधिकारी व एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विशिष्ट कार्यों के लिए सराहनीय सेवा मेडल प्रदान किया गया। परेड ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईपीएस अधिकारी को मेडल प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कमांडेंट मणिकांत मिश्रा की ओर से किए जा कार्यों की जमकर सराहना की।
31 जुलाई 2024 को उत्तराखंड में अचानक भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हजारों यात्री श्रीकेदारघाटी में फंस गए। एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने तुरंत मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू टीमों का नेतृत्व किया । उनके नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीमों ने लगभग 7,498 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। उन्होंने त्वरित निर्णय लेते हुए अगस्तमुनि और रतूरा से दो बैकअप टीमों को रात के समय ही भेजा, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन की गति और प्रभावशीलता में वृद्धि हुई।
सोनप्रयाग के मुनकटिया में उन्होंने ने 2 किमी के तीव्र ढलान पर वैकल्पिक मार्ग तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे हजारों यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सका। उन्होंने भीमबली से 5 किलोमीटर दुर्गम पैदल मार्ग से होते हुए चीड़वासा पहुंचकर हेलीपैड पर गिरे बोल्डरों और अन्य अवरोधों को हटवाया। इसके साथ ही हेलीपैड को सुचारू कर हजारों यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया।
उन्होंने ड्रोन और रोप रेस्क्यू तकनीक का प्रभावी उपयोग करके कई जिंदगियों को बचाया। श्रीकेदारनाथ में फंसे हजारों यात्रियों को सुरक्षित हेलीपैड पर पहुंचाया और 35 किमी लम्बे दुर्गम जाल-चौमासी मार्ग से 115 यात्रियों को सुरक्षित कालीमठ पहुंचाया। इसके अतिरिक्त,तोशी-त्रिजुगीनारायण मार्ग पर फंसे 06 युवकों को ड्रोन की सहायता से सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया।
More Stories
राज्य स्थापना पर कीर्तिमान बनाने वाली ‘अजय’ टीम राज्यपाल के हाथों सम्मानित
राज्य स्थापना दिवस पर परेड देख गदगद हुए राज्यपाल, CM व CDS, DGP ने की पुरुष्कार की घोषणा
राज्य स्थापना दिवस पर पुलिस के इन 14 जांबाजों को मिला पुलिस व जीवन रक्षक पदक