देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के पेपर लीक प्रकरण में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने एक और आरोपी को अलीगढ़ यूपी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर 50 हजार रुपये इनाम था और लखनऊ की आरएमएस कंपनी में काम करते हुए उसने पेपर बाहर निकाला और अन्य आरोपितों के सुपुर्द कर दिया। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में यह 47वीं जबकि सभी परीक्षाओं में हुई धांधली में एसटीएफ ने 62वीं गिरफ्तारी की है।
पुलिस अधीक्षक एसटीएफ चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि यूकेएसएसएससी की ओर से स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021, सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा, वन दरोगा आनलाइन भर्ती परीक्षा और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 में हुई धांधली को लेकर दर्ज अलग-अलग चार मुकदमों की विवेचना एसटीएफ की ओर से की गई हैं। विवेचना में एक आरोपी कसान खान निवासी मोहल्ला हुसैनी थाना रसूलपुर, जिला फिरोजाबाद यूपी का नाम सामने आया था। आरोपी लगातार फरार चल रहा था, जिसके चलते उस पर 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया गया था।
एसटीएफ टीम के निरीक्षक निरीक्षक यशपाल बिष्ट, उप निरीक्षक विपिन बहुगुणा और उप निरीक्षक नरोत्तम बिष्ट को सूचना मिली कि कसान अलीगढ में छिपा हुआ है। शनिवार को उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए आगरा, दिल्ली, अलीगढ़, अजमेर आदि स्थानों पर भेष बदलकर रह रहा था। विवेचना में दो आरोपितों का नाम सामने आया है, जिन्हें गिरफ्तार किया जाना बाकी है। पूछताछ में कसान ने एसटीएफ को बताया कि वह वर्ष 2018 से लखनऊ की आरएमएस कंपनी में बतौर पेपर पैकिंग, न्यूमेरिक टाइपिंग और प्रिंटिंग मशीन में काम करता था। फरवरी 2022 में उसकी बहन की शादी होनी थी। उसे रुपयों की जरूरत थी। उसी दौरान आरएमएस कंपनी मे काम करने वाले रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मूशा ने चार-पांच लाख रुपये का लालच देकर पेपर लीक करने को कहा।
कपड़ो में छिपाकर लाया था पेपर

पूछताछ में यह भी पता चला है कि उत्तराखंड में स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा चार व पांच दिसंबर 2021 को होना था। आरोपित परीक्षा के पेपर को कंपनी के अंदर पेपर पैकिंग के दौरान अपने कपड़ों में छिपाकर बाहर लाया और रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मूसा को दे दिया। जब उसे पता चला कि पेपर लीकके मामले में कई आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं तो वह घर छोड़ कर भाग गया।
पेपर लीक प्रकरण में अब तक 62 की हुई गिरफ्तारी

यूकेएसएसएससी की ओर से स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021, सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा, वन दरोगा आनलाइन भर्ती परीक्षा और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 में हुई धांधली में एसटीएफ अब तक 62 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। सभी मुकदमों में एसटीएफ ने विवेचना के बाद आरोप पत्र न्यायालय को प्रेषित कर दिए हैं। जो अपराधी अभी तक पकड़े नहीं जा सके हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही है, ताकि इन भर्ती प्रकरणों में संलिप्त सभी आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके। एसपी एसटीएफ ने बताया कि स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 की धांधली में अब तक 47, वन दारोगा की परीक्षा में आठ, सचिवालय रक्षक परीक्षा में एक और ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा वर्ष 2016 में छह आरोपित सलाखों के पीछे जा चुके हैं।

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