November 22, 2024

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दून के व्यापारी से 97 करोड़ रुपये की डील कर ठगे 3.80 करोड़ रुपये, व्यापारी को फंसाने के लिए ऐसे बिछाया जाल

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देहरादून: भूमाफिया गिरोह ने दून के नामी बिजनेसमैन सतीश सैनी को 97 करोड़ रुपये की लैंड डील में झांसे में लेकर 3.80 करोड़ रुपये ठग लिए। भूमाफिया गिरोह ने पहले सतीश सैनी की जमीन खरीदने की बात कही। फिर गिरोह के ही एक सदस्य ने अपने कब्जे वाली जमीन को आगे मोटे दाम पर बेचने और बिजनेसमैन को इसमें से मुनाफे का अधिक हिस्सा देने का झांसा दिया। गिरोह सोची समझी नीयत से डील को टालता रहा, जबकि कुछ सदस्य सतीश सैनी ने अपने हिस्से की मुनाफे की राशि मांगते रहे। इस तरह गिरोह ने सैनी ने 3.80 करोड़ रुपये ठग लिए। प्रकरण में वसंत विहार पुलिस ने सतीश सैनी की शिकायत पर 13 व्यक्तियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

जीएमएस रोड निवासी व्यापारी सतीश कुमार सैनी के मुताबिक नवंबर 2020 में अमजद अली और अदनान ने उनसे उनकी सिडकुल हरिद्वार की भूमि को खरीदने के लिए संपर्क किया था। किसी कारण से यह सौदा नहीं हो पाया। इसके बाद जनवरी 2021 में अमजद अली, साहिल गर्ग व शरद गर्ग उनके शोरूम में आए। जहां उन्होंने बताया कि एक बाबा हैं, जिनका नाम मलकीयत सिंह उर्फ बलबीर सिंह है। यह ट्रस्ट बाबा बूढ़ा दल समिति नांदेड़ महाराष्ट्र के हेड हैं। इन्हें अस्पताल और गुरुद्वारा निर्माण के लिए जमीन की जरूरत है। आरोपियों ने कहा कि वह बाबा जी को लेकर आएंगे, तब तक कुछ जमीनें देख कर रखना और उनकी मिट्टी भी मंगवा लेना।

आरोपियों ने सतीश कुमार सैनी को भरोसे में लेने के लिए साथ आए साहिल गर्ग ने कहा कि उनके पिता संजय गुप्ता इस ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं। वहीं, शरद गर्ग ने कहा कि उनके पिता संजीव गर्ग ट्रस्ट के सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) हैं। कुछ दिन बाद करीब 15 जनवरी को ये लोग मलकीयत सिंह उर्फ बाबा/बलबीर सिंह, संजय गुप्ता, अदनान, आशीष, सोलंकी, राजा व चन्नी आए। जिसके बाद सतीश सैनी ने इन्हें अपने मित्र की दो जमीनें दिखाई। साथ ही जमीन की मिट्टी भी दी। उसी दिन अमजद अली और अदनान ने कहा कि झाझरा में उनके जानने वाले की 70 बीघा जमीन है। इसे भी बाबा जी को दिखा देते हैं। दो दिन बाद अमजद का कॉल आया कि जो जमीन उन्होंने दिखाई थी उसकी मिट्टी पास हो गई है।

97 करोड़ की डील से झांसे में आए सतीश सैनी

अमजद और अदनान ने बताया कि जो 70 बीघा जमीन बाबा जी को दिखाई है, उसका रजिस्टर्ड एग्रीमेंट हाल निवासी एमडीडीए कॉलोनी चंदर रोड अशोक कुमार के नाम पर है। इस तरह अशोक कुमार से भी मुलाकात करवाई गई और अशोक कुमार ने भी कागज दिखाने की बात कही। साथ ही सभी ने सतीश कुमार सैनी को झांस में लेते हुए कहा कि वह इसका अनुबंध अपने नाम करवा लें और फिर मुनाफा काटकर इसे आगे बाबा को बेच देंगे। इस तरह की जानकारी दी गई बाबा के साथ प्रति बीघा 1.39 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ है, जबकि यह जमीन 95 लाख रुपये बीघा के भाव में मिल रही है।

शुरू हुआ फर्जीवाड़े का असल खेल
सभी आरोपियों ने सतीश सैनी को झांसा दिया कि इस डील में उनका फायदा है। क्योंकि, बाबा जी को जमीन बेच दिए जाने के बाद 30 करोड़ रुपये से अधिक लाभ एक झटके में मिल जाएगा। लिहाजा, अनुबंध तैयार करने का नाटक भी आरोपियों ने शुरू कर दिया। सभी लोग मर्सिडीज बेंज, एंडेवर और इनोवा जैसे वाहनों में आ रहे थे तो लगा कि सभी संपन्न प्रॉपर्टी डीलर हैं। इस लिए जब कुछ आरोपियों ने किसी न किसी बहाने से मुनाफे में से अपना हिस्सा पहले ही मांगना शुरू किया तो सतीश भी रकम देते चले गए। एक बार तो उन्होंने धनराशि कम पड़ने पर आरोपियों के ही कहने पर अपने शोरूम से गोल्ड को गिरवी रखवाकर उनकी मांग पूरी की। इस तरह सतीश आरोपियों को 3.80 करोड़ रुपये दे चुके थे।

सौदे में लेट कराते रहे और दिखाए फर्जी बैंक ड्राफ्ट
आरोपी जमीन के सौदे के लिए किसी न किसी कारण लेट करते रहे। सतीश सैनी को संदेह न हो, इसके लिए अतीत सीए ने कहा कि 30 करोड़ रुपये के बैंक ड्राफ्ट बन गए हैं। 10 करोड़ रुपये का एक ड्राफ्ट संजीव गर्ग ने उन्हें दिखाया भी। साथ ही अन्य ड्राफ्ट की फोटो अपने मोबाइल में दिखाई। कुछ समय बाद जब सभी ने एक-एक कर कॉल उठाना बंद कर दिया तब, सतीश को लगा कि उन्हें ठग लिया गया है। छानबीन करने पर पता चला कि जमीन के अनुबंध पत्र से लेकर बैंक ड्राफ्ट सब कुछ फर्जी थे। कुछ के पते भी फर्जी मिले, जिनके पते मिले, वह टालते रहे।

मुकदमे की धमकी के बाद मिले सिर्फ 21 लाख
जब सतीश कुमार सैनी ने आरोपियों को मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी तो अलग-अलग किश्तों में उन्हें 21 लाख रुपये वापस कर दिए गए। हालांकि, अभी भी सतीश को 3.59 करोड़ रुपये वापस नहीं मिल पाए हैं। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि जिस गिरोह ने सतीश को ठगा है, वह सहारनपुर समेत विभिन्न राज्यों में कई फर्जीवाड़े कर चुका है। इनके विरुद्ध देवबंद, सहारनपुर कोतवाली देहात, नागल, जगाधरी, मुजफ्फरनगर, सरधना, गंगोह आदि में मुकदमे दर्ज हैं। यह जानकारी भी मिली है कि अमजद और अदनान जिला मुजफ्फरनगर में जेल में बंद हैं। अशोक कुमार भी धोखाधड़ी के केस में जेल जा चुका है।

सतीश सैनी की तहरीर पर इनके विरुद्ध दर्ज किया गया मुकदमा
1-अशोक कुमार, टी-एस्टेट बंजारावाला
2-साहिल गर्ग, जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा)
3-शरद गर्ग, जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा)
4-अमजद अली, छुटमलपुर (सहारनपुर)
5-अदनान, अलीपुर (सदर बाजार सहारनपुर)
6-संजय गुप्ता, जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा)
7-संजीव गर्ग, जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा)
8-आशीष गुप्ता, जगाधरी (यमुनानगर हरियाणा)
9-सोलंकी, वसंत विहार, देहरादून
10-मलकीयत सिंह, नाडा साहिब, पंचकुला, सेक्टर 49
11-राजा, नाडा साहिब, पंचकुला, सेक्टर 49
12-चन्नी, नाडा साहिब, पंचकुला, सेक्टर 49
13-राजीव चौहान, वसंत विहार, देहरादून

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