देहरादून: प्रेमनगर स्थित झाझरा में एक खाली प्लाट में रखा क्लोरीन से भरा एक गैस सिलेंडर लीक हो गया। गैस रिसाव के चलते आसपास अफरा तफरी का माहौल बन गया। आनन-फानन में आसपास के 100 घरों को खाली कराया गया और उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। इसके बाद सिलेंडर को गड्डे में दबाने की कोशिश की गई। दौरान अग्निशमन अधिकारी व एक स्थानीय महिला गैस चढ़ने से बेहोश हो गए। गैस लीक वाले सिलेंडर को पानी व चूने से भरे आठ फुट गहरे गड्ढे में डाला गया है। हालांकि गैस का रिसाव जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्षेत्र में क्लोरीन गैस रिवाव की घटना को देखते हुए अधिकारियों को ऐसी घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के निर्देश जारी किए हैं। दूसरी ओर इस मामले में प्रेमनगर थाना पुलिस ने प्लाट मालिक दीपक गुप्ता निवासी निर्भय नगर आगरा तथा केयरटेकर नरेंद्र कुमार निवासी ब्रह्मपुरी पटेलनगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सोमवार शाम प्रेमनगर स्थित झाझरा क्षेत्र में दुर्गंध आने लगी थी। धीरे-धीरे दुर्गंध और बढ़ने लगी और आसपास लोगों को सांस लेने में दिक्कत आने लगी। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत प्रेमनगर थानाध्यक्ष को दी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। इस दौरान देखा कि एक प्लाट में क्लोरीन गैस सिलेंडर रखे हुए थे। गैस रिसाव होने के चलते ही दुर्गंध आ रही थी। रात 12 बजे प्लाट मालिक दीपक गुप्ता निवासी निर्भय नगर आगरा को सूचना दी तो उन्होंने केयर टेकर नरेंद्र कुमार निवासी ब्रह्मपुरी पटेलनगर को जेसीबी सहित मौके पर भेजा। जेसीबी चालक जैसे ही प्लाट में घुसा तो उसने गैस चढ़ने लगी और उसने काम करने से हाथ खड़े कर दिया और वहां से चला गया।
इसके बाद पुलिस ने आसपास रहने वाले लोगों को दरवाजे खिड़कियां पूरी तरह से बंद करने को कहा और फायर ब्रिगेड सेलाकुई से संपर्क कर घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा। इसके बाद सेलाकुई से तीन दमकल मौके पर पहुंचे। इसके बाद एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंच गई। गैस रिसाव धीरे-धीरे बढ़ने के चलते वहां पर आठ फिट का गड्ढा खोदा गया, जिसमें पानी व चूना भरा गया। इसके बाद जिस सिलेंडर से गैस रिसाव हो रहा था, उसे गड्ढे में डाला गया। लेकिन, इसके बाद भी गैस का रिसाव जारी है। मंगलवार सुबह एसएसपी अजय सिंह भी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्यों में जुटे सुरक्षाकर्मियों को दिशा निर्देश जारी किए।
प्लाट में रखे हुए थे सात सिलेंडर, प्रति सिलेंडर में 900 लीटर गैस
प्लाट मालिक की ओर से लंबे समय से प्लाट में सात सिलेंडर रखे हुए थे। सभी सिलेंडर गैस से भरे हैं या फिर आधे खाली हैं, इसकी जानकारी नहीं लग पा रही है। क्योंकि रेस्क्यू टीम अन्य सिलेंडरों को हटाने में सतर्कता बरत रही है। रेस्क्यू टीम का मानना है कि यदि अन्य सिलेंडरों को हटाने की कोशिश की गई तो उनमें से गैस का रिसाव हो सकता है, इसलिए जिस सिलेंडर से गैस रिसाव हो रही है, पहले उसे डिस्पोज करना जरूरी है।
गैस चढ़ने से अग्निशमन अधिकारी सहित अन्य हुए बेहोश
क्लोरीन की गैस चढ़ने से रात के समय अग्निशमन अधिकारी सेलाकुई अनंतवीर सिंह, जेसीबी चालक व बबीता नाम की महिला बेहोश गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। ग्लूकोज चढ़ाने के बाद के वह होश में आ पाए। प्लाट मुख्य सड़क किनारे है, ऐसे में वहां पर किसी को खड़े नहीं होने दिया जा रहा है, क्योंकि गैस का रिसाव लगातार जारी है। सिलेंडर को डिस्पोज करने के लिए सेलाकुई से तीन दकमल जबकि देहरादून से दो दकमल मौके पर भेजे गए।
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