November 21, 2024

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दून पुलिस का बिहार में स्ट्राइक, राजपुर रोड पर रिलायंस शोरूम में डकैती का दो लाख का इनामी बदमाश किया गिरफ्तार, घटना का है मुख्य आरोपी

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देहरादून: दून पुलिस व बिहार पुलिस की बेहतर काॅर्डिनेशन से रिलांयस लूट प्रकरण में शामिल दो लाख का इनामी मुख्य बइमाश प्रिंस कुमार वैशाली बिहार से गिरफ्तार किया गया है। रिलायंस ज्वैलरी लूट प्रकरण में घटना में शामिल मुख्य बदमाश प्रिंस तथा अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी देहरादून स्वयं बिहार जाकर एडीजी एसटीएफ बिहार तथा एसएसपी वैशाली के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित किया गया था। 

इनवेस्टिगेशन के दौरान उक्त गैंग तथा बदमाशों के सम्बन्ध में मिल रही महत्वपूर्ण जानकारियों को लगातार बिहार एसटीएफ तथा बिहार पुलिस के साथ साझा किया जा रहा था। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए दून पुलिस ने बदमाशों पर 02-02 लाख का ईनाम घोषित किया गया था, साथ ही दून पुलिस की टीमों द्वारा बिहार तथा पश्चिम बंगाल में अभियुक्तों के छिपने के सम्भावित ठिकानों पर दबिशें देते हुए अभियुक्तों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।

दून पुलिस व बिहार पुलिस के बेहतर आपसी सामंजस्य तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान से आज बिहार पुलिस द्वारा देहरादून में हुई लूट की घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त प्रिंस को वैशाली बिहार से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गयी है। देहरादून पुलिस की टीम द्वारा अभियुक्त से घटना की विस्तृत पूछताछ कर बदमाश को न्यायालय के समक्ष पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर देहरादून लाया जाएगा।

जेल में बंद बदमाशों के कहने पर डाली थी डकैती

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पूछताछ में बदमाश प्रिंस ने बताया कि उन्होंने बिहार जेल में बंद बदमाश शशांक व सुबोध के कहने पर अन्य साथियों के साथ मिलकर देहरादून के रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अंजाम दिया था। घटना से पूर्व 31 अक्टूबर को वह गैंग के सदस्य रोहित व अन्नु के साथ कार से अंबाला पहुंचे थे। अंबाला में उतरने के बाद वह सीधे बिजनौर पहुंचा, जहां पांच व छह नवंबर को उसे दो व्यक्तियों ने घटना में इस्तेमाल आर्टिगा वाहन उपलब्ध कराया। कार में वह दो सदस्यों को हरिद्वार से बैठाकर देहरादून पहुंचा।

बदमाश प्रिंस ने करवाए थे हथियार उपलब्ध

एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि घटना से पूर्व नौ नवंबर को बदमाश प्रिंस ने विक्रम व घटना में शामिल अन्य बदमाशों को असलहा उपलब्ध कराया था। घटना को अंजाम देने के लिए विक्रम अपने साथियों प्रिंस, अभिषेक व दो अन्य बदमाशों के साथ शोरूम में पहुंचा और विक्रम कार के साथ शोरूम के बाहर रूका था। विक्रम की ड्यूटी थी कि यदि घटना के दौरान शोर मचता है तो वह कवरिंग फायर करके शोरूम में घुसे बदमाशों को सुरक्षित बाहर निकालेगा। घटना को अंजाम देने के बाद वह सभी अलग-अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा रास्ते में शशांक व सुबोध के कहने पर उन्होंने सुनसान जगह पर बाइक व कार छोड़ दी अपने पास मौजूद असलहे को को जंग में छिपा दिया। इसके बाद वह अलग-अलग माध्यमों से सभी देहरादून से बाहर निकल गए। लूटा गया सोना व हीरे अविनाश व राहुल ले गए।

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